कोडरमा: अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को कोडरमा जिलान्तर्गत सभी निजी स्कूलों के प्राचार्य/उपप्राचार्य के साथ बैठक आहूत की गई। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा कोरोना काल में स्कूली शिक्षा व्यवस्था उत्पन्न समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई। इस दौरान स्कूल के प्रतिनिधियों के द्वारा बताया गया कि फीस के मामले में सक्षम लोग भी फीस देने से अपनी असमर्थता दिखाते हैं, जिससे स्कूल प्रबंधन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे-सभी कर्मचारियों का वेतन भुगतान करना, ऑन-लाईन क्लास करा रहे शिक्षकों का वेतन भुगतान की समस्या इत्यादि हो रही है। अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा निदेश दिया गया कि अभिभावकों पर फीस जमा करने हेतु किसी प्रकार का दबाव नहीं बनायें तथा फीस को लेकर छात्र-छात्राओं का ऑन-लाईन अध्यापन/परीक्षाएं बाधित ना करें। कोरोना काल में सभी स्कूल अपना सामाजिक दायित्व को भी समझें। स्कूल का मूल उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना है। एसडीएम ने प्राईवेट/होम ट्यूशन को लेकर खेद प्रकट करते हुए बताया गया कि ऐसी शिकायतें मिल रही है कि बच्चों को कुछ शिक्षकों के द्वारा प्राईवेट ट्यूशन लिया जा रहा है तथा जमावड़ा लगाकर कोचिंग संस्थान भी चलाया जा रहा है। सभी स्कूल प्रबंधन को निदेश दिया गया कि अगर इस प्रकार की शिकायतें हैं तो उसे सुधार लें, उन शिक्षकों को प्राईवेट/होम ट्यूशन लेने तथा कोचिंग चलाने से मना करें, अन्यथा पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। विद्यालय कमिटि को पूर्ण सहयोग करने का निदेश दिया है। बैठक में वर्तमान में सभी स्कूलों के द्वारा ली जा रही ऑन-लाईन क्लासेस पर विस्तृत चर्चा की गई। स्कूल प्रतिनिधियों के द्वारा बताया गया कि विगत छः माह से सभी स्कूलों के द्वारा ऑन-लाईन क्लासेस चलाये जा रहे हैं, जिसमें काफी बच्चे भाग लेते हैं। ऑन-लाईन क्लासेस सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। निदेश दिया गया कि स्कूलों में एकेडमिक मेंटर बनायें जिससे अपर क्लास के बच्चों के द्वारा लोअर क्लास के बच्चे को किसी प्रकार की समस्या होने पर उसे गाईड किया जा सके। साथ हीं बच्चों को चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर 1098 के बारे में जानकारी देने एवं जीवन के विभिन्न आयामों से जोड़ने हेतु ओल्ड एज होम, मेंटल चिल्ड्रेन इत्यादि का विडियो दिखाये जाने पर जोर दिया गया जिससे उनका सर्वागीण विकास हो सके। जब स्कूल खोलने का अनुमति मिलने के बाद स्कूल में मोबाईल ना ले जाने की सख्त हिदायत दी गई। इस पर स्कूल प्रबंधन को सत्त निगरानी रखने पर जोर दिया गया, ताकि शिक्षा का माहौल खराब ना हो। बच्चों को सभी प्रकार ओलम्पियाड जैसे एनटीएसई, हिन्दुस्तान ओलम्पियाड, एनएसओ इत्यादि में भाग लेने हेतु प्रेरित करने के संबंध में निदेश दिया गया, जिससे बच्चों में प्रतियोगी क्षमता का विकास हो सके। बच्चे हीन भावना से ग्रसित ना हो, उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना बनी रहे। स्कूल प्रतिनिधियों को निदेश दिया गया कि स्कूलों में जो गरीब व मेधावी बच्चे पढ़ रहे तथा जो ऑन-लाईन क्लासेस में भाग लेने से वंचित हैं उन बच्चों की सूची तैयार कर अतिशीघ्र उपलब्ध करायें ताकि जिला प्रशासन के द्वारा ऑन-लाईन क्लास हेतु उन्हें जिला प्रशासन के द्वारा मदद किया जा सके। स्कूल प्रतिनिधियों को निदेश दिया गया कि शिक्षा के सर्वांगीण विकास हेतु स्कूलों में बच्चों के द्वारा बनाए गए आर्ट, पेन्टिंग इत्यादि हमें उपलब्ध करवायें ताकि जिला प्रशासन को आर्ट गैलेरी बनाने में मदद मिल सके। स्कूल प्रबंधन को इण्टर स्कूल प्रतियोगिता आयोजित कराने पर भी जोर दिया गया। बैठक में बताया गया कि स्कूलों में किसी भी प्रकार के कैरियर काॅन्सेलिंग या सेमिनार करवाया जाता है तो जिला प्रशासन आपको हर संभव मदद करेगा और व्यक्तिगत रूप से भी सेमिनार लेने के लिए तैयार रहेंगे। इस मौके पर माडर्न पब्लिक स्कूल, ग्रिजली विद्यालय, सेक्रेट हर्ट स्कूल व संत क्लेयर्स स्कूल के प्रधानाचार्य मौजूद थे।