देवघर: लॉकडाउन के वजह से बाहर फंसे झारखण्ड के विभिन्न जिलों के 1606 श्रमिक बंधु बीती रात स्पेशल ट्रैन के माध्यम से सूरत से जसीडीह स्टेशन पहुंचे. इस दौरान वरीय अधिकारियों के द्वारा सभी श्रमिकों का अभिनंदन किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयी.
सर्वप्रथम यहां आने वाले सभी श्रमिकों को ट्रैन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उतारा गया एवं स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बने काउंटर में उनका थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई. इसके बाद उन्हें उनके गंतव्य तक जाने हेतु अलग-अलग जिलों की बस में बैठाकर रवाना किया गया.
ज्ञात हो कि ज्ञात हो कि गिरीडीह के 1537, देवघर के 21, हजारीबाग के 18, कोडरमा के 16, बोकारो के 4, चतरा के 3, जामताड़ा के 3, धनबाद के 2, अन्य 2 प्रवासी श्रमिकों का जसीडीह रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच कर स्वागत किया गया.
सूरत से बड़ी संख्या में आने वाले श्रमिकों को लेकर उपायुक्त नैन्सी सहाय के निर्देशानुसार जसीडीह स्टेशन के प्लेटफार्म पर द्विस्तरीय सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे. इसके अलावे आने वाले लोगों के स्वास्थ्य जांच व थर्मल स्कैनिंग हेतु स्वास्थ्य टीम की भी तैनाती की गयी थी.
इस दौरान सुरत से आने वाले सभी श्रमिक बंधुओं के बीच नास्ता, पानी, का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया. साथ ही सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए चिकित्सकीय परामर्श का अक्षरशः पालन करें एवं स्वस्थ, सतर्क व सुरक्षित रहने का निर्देश दिया गया.
श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया था एवं सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन हेतु जगह-जगह बेरिकेड्स कर गोल घेरा का निर्माण कराया गया था. इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती पूर्व से ही की गई थी.
श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए भोजन व पेयजल की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही की गई थी, जिसके उपरांत स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सैनिटाइजड बसों में बिठाकर मजदूरों को उनके घरों के लिए रवाना किया गया. वहीं इस दौरान सभी प्रवासी श्रमिकों को भोजन का पैकेट, पानी का बोतल आदि भी उपलब्ध कराया गया.