केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के बेलगावी पहुंच गए हैं। वे यहां बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड पहुंच चुके हैं। राज्य के मलप्पुरम में भूस्खलन के तीन दिन बाद 9 और शव निकाले गए। केरल और कर्नाटक में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से मरने वालों की संख्या 92 हो गई है। जबकि महाराष्ट्र में चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। यहां सांगली और कोल्हापुर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। सेना की 123 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गयी हैं। गुजरात के मोरबी में पुलिसकर्मी पृथ्वीराज जडेजा दो बच्चियों को कंधे पर बैठाकर 1.5 किमी से ज्यादा पैदल चले और बाढ़ से रेस्क्यू किया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गुजरात में 19 और महाराष्ट्र में 29 लोगों की जान गई।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मृतकों के परिजन को 5 लाख रु. के मुआवजे का ऐलान किया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता बी जनार्दन पुजारी को दक्षिण कन्नड़ जिले के बाढ़ प्रभावित बंतवाल में उनके घर से बचाया। वहीं, धारवाड़ जिला प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टियों को तीन दिनों के लिए और बढ़ा दिया है। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए स्कूल-कॉलेज 13 अगस्त को खुलेंगे। येदियुरप्पा ने बाढ़ को राज्य में 45 साल की सबसे बड़ी आपदा बताया है। इसमें अब तक 6 हजार करोड़ रु. का नुकसान हो चुका है। कर्नाटक सरकार ने केंद्र से 3 हजार करोड़ रु. की मदद मांगी है।
पिछले तीन दिनों में राज्य के 8 जिलों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की 80 घटनाएं हुईं। मलप्पुरम में 8 अगस्त को भूस्खलन के बाद 30 से ज्यादा लोग लापता हो गए थे। एनडीआरएफ ने यहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। रविवार को नौ और शव मलबे से निकाले गए। इससे पहले वायनाड में जमीन धंसने से 8 लोगों की जान चली गई थी। केरल में रेलवे ट्रैक पर पेड़ और चट्टान गिरने की वजह से ट्रैफिक पर असर पड़ा है। 10 ट्रेनें पूरी तरह और 5 को आंशिक रूप से रद्द किया गया है।
प्रदेश के धार और बड़वानी में नर्मदा नदी उफान पर है। इसकी वजह से 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य के 28 बांधों में से सात के गेट खोल दिए गए हैं। जबलपुर स्थित बरगी बांध के 15 गेट खोल दिए गए हैं। बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बह रही है।
पश्चिम प्रशांत महासागर क्षेत्र में उठे दो तूफानों लेकिमा और क्रोसा के कारण देश के दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि पहले पश्चिम प्रशांत महासागर का भारतीय क्षेत्रों पर प्रभाव सीमित था। अब यह हिंद महासागर को डंप यार्ड के तौर पर इस्तेमाल करने लगा है। इसी का असर केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश के रूप में दिख रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को गुजरात, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, 12 से 14 अगस्त तक ओडिशा, दक्षिण झारखंड, उत्तर छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और केरल में तेज बारिश का अनुमान है। रविवार के लिए केरल के तीन जिलों में रेड अलर्ट और 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।