धनबाद : पायलट की ट्रेनिंग पाना अब धनबाद में ही मुमकिन होगा. धनबाद हवाई अड्डे में फ्लाइंग इंस्टिट्यूट खुल रहा है. सोमवार को हवाई अड्डे में राज्य के परिवहन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक कैप्टन एसपी सिन्हा, एसएसपी किशोर कौशल की मौजूदगी में फ्लाइंग इंस्टिट्यूट का भूमि पूजन संम्पन्न हुआ.
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एसपी सिन्हा ने बताया पायलट बनने की इच्छा रखने वाले बच्चों के लिए सरकार सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है. सब्सिडाइज दर पर पायलट की ट्रेनिंग मिलेगी. इससे पूर्व रांची और दुमका में फ्लाइंग इंस्टिट्यूट खुल चुका है. धनबाद के बाद अगले पड़ाव में बोकारो और गिरिडीह में भी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोला जाएगा.
उन्होंने बताया कि किसी के पायलट बनने के लिए ग्लाइडर की ट्रेनिंग लेना आवश्यक है. पायलट बनने का यह बेसिक कोर्स है. पायलट की ट्रेनिंग पाने के लिए अभ्यर्थी का 12वीं में साइंस (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) से पास होना जरूरी है, साथ ही शरीर से फिट भी होना चाहिए. यहां प्रशिक्षण लेने के उपरांत अभ्यर्थी को सीपीएल का सर्टिफिकेट मिलेगा. सीपीएल पाने वाले पायलट के क्षेत्र में प्रोफेशनल बनना चाहते है तो वे सीपीएल के आधार पर किसी भी सरकारी मान्यता प्राप्त फ्लाइंग क्लब में कोर्स पूरा कर पाएंगे.
उन्होंने आगे बताया यह पूरा कोर्स 6 से 9 महीने का होगा. कोर्स के लिए एक अभ्यर्थी को 48,200 रु0 देने होंगे. पूरा कोर्स 24 घण्टे का एक पैकेज है. इसमें एक अभ्यर्थी को 20 घण्टे की ट्रेनिंग पूरी करनी होती है. इसमें एसटी, एससी अभ्यर्थी को कोर्स फीस में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी.
उन्होंने बताया उड़ान भरने की इच्छा रखने वाले प्रति व्यक्ति 800 रु देकर ग्लाइडर से धनबाद की सैर कर सकते है. 10 मिनट में पूरे धनबाद की सैर हो जाएगी.