नई दिल्ली : फ्रांस में हुए जी 7 शिखर सम्मेलन से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह पूर्व वित्त मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली के परिवार से यहां उनके कैलाश कॉलोनी स्थित निवास पर मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी जब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अपनी यात्रा पर थे, तब जेटली का शनिवार को निधन हो गया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने जेटली के परिवार से उनके निधन के तुरंत बाद टेलीफोन पर बात की. परिजनों ने प्रधानमंत्री से कथित तौर पर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को पूरा करने का अनुरोध किया था. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार रात वापस लौटने के बाद प्रधानमंत्री मंगलवार सुबह जेटली के आवास पहुंचे. यहां उन्होंने अपने दिवंगत मित्र की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए. बाद में उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की.
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पिछली सरकार में मंत्रिमंडल में साथ काम करने से इतर प्रधानमंत्री मोदी और जेटली का एक लंबा साथ रहा है. गुजरात में पुन: चुनाव के दौरान उन्होंने तब के मुख्यमंत्री रहे मोदी के प्रचार अभियान में बेहद करीब से काम किया.
बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए जेटली को लेकर प्रधानमंत्री भावुक हो गए, उन्होंने कहा, “मैं कल्पना नहीं कर सकता ऐसी परिस्थिति में जब मेरा दोस्त चला गया है, मैं यहां इतने दूर हूं. कुछ दिन पहले ही हमने अपनी बहन, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को खो दिया और आज मेरा दोस्त अरुण चला गया.”
अरुण जेटली और सुषमा स्वराज के निधन ने भाजपा में एक शून्य छोड़ दिया है. लेकिन इन दोनों के जाने का सबसे ज्यादा दुख प्रधानमंत्री मोदी को हुआ. उन्होंने दोनों के साथ एक करीबी रिश्ता साझा किया है.
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी अपनी भावनाओं को छिपा नहीं सके, उन्होंने कहा, “ऐसे समय में जब लोग जन्माष्टमी मना रहे हैं, मैं अपने दोस्त अरुण के निधन का शोक मना रहा हूं.”