नई दिल्लीः देश में टिकाकरण के दूलरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीका लगवाकर इसे लेकर लोगों की हिचक को दूर करने की दिशा में बड़ी पहल की है। अब भाजपा के सांसदों और मंत्रियों को भई निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र में ही टीकाकरण कराएं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार से ही मंत्री लोग अपने क्षेत्र में जाकर वैक्सीन लगवाना शुरू कर देंगे। संसद नहीं चलने के कारण अधिकांश सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में पहले से हैं। सभी से टीकाकरण के लिए जारी दिशा- निर्देशों का पालन करने को भी कहा गया है।
देशभर के साथ ही दिल्ली में भी सोमवार से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वायरस रोधी टीका लगाने का काम शुरू हो गया। हेल्थ केयर वर्करों और फ्रंट लाइन वर्करों की तुलना में पहले ही दिन सबसे ज्यादा बुजुर्गों ने टीका लगवाया। 60 वर्ष से अधिक उम्र के 5,176 बुजुर्गों और किसी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के 1,009 लोगों ने टीका लगवाया। एक दिन में कुल 15521 लोगों ने टीका लगवाया। इसमें 4296 फ्रंट लाइन वर्कर और 1,954 हेल्थ केयर वर्कर भी शामिल हैं। हल्के दुष्प्रभाव का सिर्फ 1 मामला सामने आया।
कई टीकाकरण केंद्रों पर बुजुर्गों की खासी संख्या देखी गई। 216 केंद्रों पर 9484 लोगों को कोविशील्ड का पहला टीका लगा, जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के 4122 बुजुर्ग थे। वहीं, इसके केंद्रों पर किसी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के 786 लोगों को टीका लगा। वहीं,2769 हेल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी दी गई। इसके केंद्रों पर साइड इफेक्ट का एक मामला आया। जबकि 87 केंद्रों पर कोवैक्सीन का टीका देने का लक्ष्य था। इसके केंद्रों पर टीकाकरण कम रहा। 2951 लोगों ने कोवैक्सीन का पहला टीका लिया, जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के 1054 बुजुर्ग शामिल थे। जबकि इसके केंद्रों पर किसी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के 223 लोगों ने टीका लिया। यहां 317 हेल्थ केयर वर्करों ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली।इसके केंद्रों पर साइड इफेक्ट का कोई मामला नहीं आया। वेस्ट जिले के केंद्रों में सबसे अधिक बुजुर्गों का टीकाकरण हुआ। इस जिले में 937 बुजुर्गों ने वैक्सीन की पहली डोज ली। नार्थ-ईस्ट जिले के इलाके में बुजुर्गों का टीकाकरण शून्य रहा। जल्द टीकाकरण केंद्रों की संख्या 500 करने की तैयारी चल रही है।
पंजीकरण से संबंधित पूछे गए सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए सबसे पहले व्यक्ति को को-विन एप पर जाकर खुद पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण की प्रक्रिया काफी सरल बनाई गई है, जहां व्यक्ति अपनी जानकारी भरकर वैक्सीनेशन करवा सकता है। साथ ही, को-विन एप पर अपनी सुविधा के अनुसार समय और अस्पताल का भी चयन किया जा सकता है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अंदर तीसरे चरण के वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई है। उन्होंने कहा कि इस तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के तहत वरिष्ठ नागरिकों के साथ गंभीर रोग से पीड़ित 45 साल से ऊपर के मरीजों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इस वैक्सीनेशन के लिए कुल 192 अस्पतालों को चिन्हित किया गया है, जिसमें 136 निजी और 56 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में यह वैक्सीनेशन पूरी तरह से मुफ्त दी जा रही है। इसके लिए हर व्यक्ति को को-विन एप पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। वहीं, निजी अस्पतालों में वैक्सीन पर शुल्क लिया जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन का शुल्क 250 रुपए निर्धारित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने तीसरे चरण के वैक्सीनेशन में 60 साल से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों के साथ किसी प्रकार की गंभीर बीमार ग्रसित 45 साल से ऊपर व्यक्तियों को शामिल किया है। 45 साल से अधिक उम्र वाले बीमार लोगों को वैक्सीनेशन के लिए अपनी बीमारी से संबंधित डॉक्टर का सर्टिफिकेट दिखाना होगा। तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के तहत 60 साल से अधिक उम्र के करीब 12 से 15 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है। साथ ही, किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित 45-59 साल से अधिक उम्र के करीब दो से तीन लाख लोग हो सकते हैं।