संवाददाता,
रांची : झारखंड फ़िल्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटिड और आकृति एंटरटेनमेंट प्रा.लि. के बैनर तले बनी फिल्म फुलमानिया 6 सितंबर को रिलीज होगी. बुधवार को फिल्म के निर्देशक लाल विजय शाहदेव और जे.एफ.डी.सी.एल. के प्रबंध निर्देशक राम लखन गुप्ता ने फिल्म के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस फिल्म में डायन प्रथा, बांझपन और लिंग भेद के रूप को बखूबी दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि जहां सिनेमा हॉल नहीं है, वहां भी इस फिल्म को दूर दराज इलाके में भी झारखंड सरकार के सहयोग से एल. ई. डी. में दिखाया जाएगा.
जे.एफ.डी.सी.एल. के नोडल अफसर, सैयद राशिद अख्तर ने बताया कि जब से फिल्म नीति बोर्ड का गठन हुआ है. देश विदेश से फिल्म निर्माता झारखंड में फिल्म बनाने के लिए लगातार आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्थानीय कलाकारों को मुख्य भूमिका में लेने वाले प्रोड्यूसर को अलग से सब्सिडी का प्रावधान है. वहीं फिल्म के निर्माता निर्देशक लाल विजय शाहदेव ने फिल्म की कहानी के बारे में कहा कि फुलमनिया विश्व स्तर की फिल्म है, जिसका प्रदर्शन कांन्स फिल्म फेस्टिवल 2019 में हो चुका है. पहली बार किसी नागपुरी फ़िल्म को इतने बड़े स्तर पर रिलीज़ किया जा रहा है. दूसरे राज्यों से भी फिल्म लगाने की मांग लगातार हो रही है. उन्होंने बताया कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म को बिना किसी कट के रिलीज़ सर्टिफिकेट जारी किया है.
उन्होंने कहा कि फुलमनिया की सफलता से झारखंड में नागपुरी फिल्म इंडस्ट्री को स्थापित होने में मदद मिलेगा. लाल विजय ने बताया कि नागपुरी की सरल भाषा को फिल्म में इस्तेमाल किया गया है जो सबको आसानी से समझ आएगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फिल्म की प्रोड्यूसर नीतू अग्रवाल ने बताया कि इस फिल्म से जुड़ना उनके लिए बहुत बड़ी बात है, क्योंकि ये औरतों के दर्द को दर्शाती है. उन्होंने फिल्म की सफलता के लिए सबको सहयोग करने के लिए अपील की है.