रांची: पिछले 15 दिनों से रांची से 75 किमी दूर कडियाडीह स्थित महावीर मंदिर का जिर्णोद्धार का काम जन सहयोग से जारी है. यह मंदिर लाखों लोगों के आस्था और विश्वास का केन्द्र है. प्रति वर्ष रामनवमी के शुभ एवं पावन अवसर पर लोग महावीर बजरंगबली की पूजा-अर्चना करते है. लाठी-डंटा, अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन खेल का आयोजन होता है. बाहर से राम कथा मर्मज्ञ विद्वानों को आमंत्रित किया जाता है तथा नवमी तिथि को मर्यादा पुरूर्षोत्तम राम के दिव्य एवं आलौकिक कथा का वाचन होता है. उनके जन्म से लेकर विवाह उत्सव, वनगमन, भरत मिलन, सीताहरण, सुग्रीव-विभीषण मिलन आदि रोचक प्रसंगों पर कथावाचन होता है. हजारों ग्रामीण भक्तिभाव से एकाग्रचित होकर श्रवण करते हैं. पूरा गांव महावीर झंडा एवं कथावचन से भक्तिमय हो जाता है.
ज्ञातव्य है कि 55-60 वर्ष के बाद महावीर मंदिर का जिर्णोद्धार का काम हो रहा है. राम-लखन, सीता, भरत-शत्रुधन सहित परमवीर हनुमान की मूर्ति का रंगरोगन किया जा रहा है. ग्रामीणों में काफी उत्साह है. खासकर युवकवृंद बढ़-चढ़कर कार्य में हिस्सा लेकर रहे हैं. जिसमें सर्वश्री राघव महतो, भुनेश्वर महतो, रामेश्वर महतो, रमेश चन्द्र महतो, देवानंद सिंह मुंडा, विश्वनाथ महतो, श्रीहरि महतो, नरसिंह महतो, सदानंद महतो, मकरध्वज पातर, सुधीर महतो, शिवनाथ महतो, जोगा महतो, विवेक महतो, गुमन महतो के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं का पूरा योगदान है, जिसमें होलिका देवी, लीला देवी, दिव्यावती, कल्याणी देवी, रेखा देवी ललिता देवी, शोभा देवी आदि शामिल हैं.
पर इस वर्ष कोविड-19 के मार्गदर्शन का पालन करते हुए सादगी के साथ बजरंगबली की पूजा की जाएगी और किसी तरह के भव्य कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जाएंगे. कोरोना की वजह से कलश यात्रा भी स्थगित कर दिया गया है.