रांची: सरला बिरला विश्वविद्यालय के द्वारा फ्रांस के इंसा रेन्न विश्वविद्यालय के साथ शैक्षिक आदान-प्रदान हेतु समझौते के तहत यूजर- सेंटर्ड डिजाइन कोर्स की शुरुआत आगामी 30 सितंबर से 17 जनवरी 2021 तक संचालित होने जा रही है. जिसमें फ्रांस के इंसा रेन्न विश्वविद्यालय के प्रो मिराई दुकास एवं सरला बिरला विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल रिलेशन डिवीजन के प्रमुख प्रो श्रीधर बी दांडिन् के द्वारा आपसी समझौता कर ली गई है.
सरला बिरला विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल रिलेशन डिवीजन के प्रमुख प्रो. श्रीधर बी दांडिन ने बताया कि यूरोपियन देशों सहित पूरे विश्व में प्रख्यात इंसा रेन्न विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विचारों के आपसी समन्वय हेतु एक अंतरराष्ट्रीय ओपन प्लेटफार्म प्रदान करती है.
जिसमें आगामी 30 सितंबर 2020 से लेकर 17 जनवरी 2021 तक 4 महीने का अंतरराष्ट्रीय समझ, अंतरराष्ट्रीय कौशल एवं वैश्विक आवश्यकता के अनुरूप व्यक्तित्व निर्माण के उद्देश्य से ऑनलाइन कोर्स का संचालन किया जाना है.
इस कोर्स के लिए सरला बिरला विश्वविद्यालय के बीए, बीबीए, बीकॉम एवं बीटेक के 22 छात्र-छात्राओं का चयन होना न केवल गौरव का विषय है अपितु ग्लोबल चुनौतियों की समझ एवं सामना करने की क्षमता निर्माण की दिशा में विश्वविद्यालय की यह पहली प्रयास है.
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी सह प्रभारी कुलपति डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने कहा कि सरला बिरला विश्वविद्यालय का स्थापना का उद्देश्य ही राष्ट्रीय के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समझ, कौशल व क्षमतायुक्त सक्षम नागरिक तैयार करना है, जिससे वे जीवन के हर चुनौतियों का सामना करते हुए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व प्रदान कर सकें.
इस दिशा में विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय रिलेशनशिप डिवीजन के द्वारा अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत यूजर सेंटर्ड डिजाइन कोर्स में अपने विश्वविद्यालय के छात्रों की सहभागिता होना सराहनीय व उपयुक्त कदम है.
विश्वविद्यालय के कुलसचिव का प्रो डॉ विजय कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए तथा इसके क्रियान्वयन हेतु सरला बिरला विश्वविद्यालय दृढ़प्रतिज्ञ होकर इस प्रकार के कार्यक्रमों को लागू कर रही, जिससे विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को वैश्विक आवश्यकतानुरूप कौशल निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास के दिशा में उपयोगी व सार्थक माहौल मिल सके.
इस दिशा में विश्वविद्यालय प्रबंधन ख्याति प्राप्त संस्थाओं के साथ आगे कई समझौते करती रहेगी. इस कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन, शिक्षक,पदाधिकारी, शिक्षकेतर कर्मचारी सहित सभी ने हर्ष व्यक्त किया है.