म्यूकोर एक प्रकार का फंगस है जो हमेशा हमारे चारों तरफ पाया जाता है। हमारे शरीर में, हमारे नाक में, आसपास के जलवायु में, मिट्टी में हवा में। यह हर जगह मौजूद है।
साधारण रूप में ब्लैक फंगस हमें नुकसान नहीं पहुंचाता लेकिन कोरोना के दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़े हैं।
ब्लैक फंगस क्यों है यह खतरनाक
ब्लैक फंगस में मृत्यु दर 50% के आसपास होता है। मतलब ब्लैक फंगस से संक्रमित हर दो व्यक्ति में से एक कि मौत हो जाती है। जबकि कोरोना में यह आंकड़ा 2% है। यानी की कोरोना संक्रमण में 100 में से 2 की मौत होती है। इसलिए ब्लैक फंगस कोरोना से ज्यादा खतरनाक है।
ब्लैक फंगस के संक्रमण का कारण
कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीज जिनकी इम्युनिटी काफी कमजोर हो जाती है उनमें ब्लैक फंगस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है साथ ही एस्टरॉयड दवाओं का ज्यादा इस्तेमाल भी ब्लैक फंगस संक्रमण का बड़ा कारण माना जा रहा है।
कोरोना और ब्लैक फंगस के बाद अब व्हाइट फंगस
कोरोना के बाद आया ब्लैक फंगस और अब कुछ मामले व्हाइट फंगस के भी आने शुरू हो गए है।
ब्लैक फंगस की तरह व्हाइट फंगस भी है जो हमारे नाक, गाला, आसपास की जलवायु, मिट्टी आदि में हमेशा से है। यह भी कमजोर हुए इम्युनिटी सिस्टम वाले व्यक्तियों को ज्यादा संक्रमित करती है।