MP: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को 25 करोड़ रुपए की नलजल योजना का ऑनलाइन शिलान्यास किया. काठन नल जल योजना अंतर्गत नगरीय क्षेत्र में पेयजलापूर्ति की जाएगी. योजना से आगामी 30 वर्षों तक पेयजल संकट से निजात मिलनें की संभावना व्यक्त की जा रही है. विधायक प्रधुम्न सिंह लोधी के प्रयास से बडामलहरा नगर को नल जल योजना के माध्यम से एक बड़ी सौगात मिली है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 करोड़ रुपए की लागत से तैयार नलजल योजना का ऑनलाइन शिलान्यास किया.
विधायक प्रधुम्न सिंह लोधी ने चर्चा में बताया कि भविष्य को ध्यान में रखकर यह बडी योजना तैयार की है. योजना अंतर्गत काठन नदी का जल नलों के माध्यम से नगरीय क्षेत्र के घरों में पहुंचाया जाऐगा. इससे आगामी 30 वर्षों तक नगरीय क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति हो सकेगी.
इससे पेयजल समस्या से छुटकारा मिलेगा. वर्तमान में बडामलहरा नगरीय क्षेत्र में 18 हजार 335 जनसंख्या निवासरत है. आगामी वर्ष 2050 की जनसंख्या वृद्धि दर को ध्यान में रखकर 30 हजार 356 जनसंख्या के हिसाब से योजना बनाई गई है. 27 माह में परियोजना का कार्य पूर्ण होनें की अवधि तय की गई है. पेय जलापूर्ति के लिए गरखुवां घाट स्थित काठन नदी से नगर में 42 किलो मीटर पाइप लाइन बिछाई जाएगी. परियोजना संधारण एवं संचालन की जिम्मेदारी 10 वर्षों तक ठेकेदार द्वारा रहेगी. वृहद पेयजल परियोजना की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. चर्चा के दौरान सीएमओ प्रदीप रिछारिया, पीआईयू सीएस वाथम, डॉ रमेश असाटी, मानिक शर्मा के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.
काठन नदी के जल से नगरीय क्षेत्र की प्यास बुझाने की योजना पर 15 वर्ष पूर्व 2005 में भी काम शुरु हुआ था. लेकिन विभागीय उदासीनता से यह योजना टांय-टांय फिस्स हो गई. एक बार पुन: नये सिरे नलजल योजना तैयार होनें से से स्थानीय लोगों में खुशी है और आशा है कि, निर्धारित समय में योजना पूरी हो जाऐगी. बीती योजना अंतर्गत नलजल के लिए 231.43 लाख रुपये का बजट आवंटित हुआ था. निर्माण ऐजेंसी पीएचई विभाग ने ठेका पद्धति से योजना पर काम शुरु किया.
योजना के तहत काठन नदी पर इंटेकवेल, गरखुवां रोड पर 65 लाख लीटर क्षमता वाली 20 मीटर ऊंची 35 लाख रुपये की लागत से पानी की टंकी खड़ी की है. साथ ही जल शोध यंत्र का निर्माण भी किया और नगरीय इलाके के आधे हिस्सा में पाइप लाइन डालकर टेस्टिंग भी की गई. लंबी कवायद के बाद नलजल योजना का काम ठप हो गया. करोड़ों रुपये की लागत से तैयार नलजल योजना पर विभागीय लापरवाही से बेकार पड़ी है. विधायक प्रधुम्न सिंह लोधी ने एक बार पुन: काठन नदी पेयजल योजना तैयार की है.