ब्यूरो चीफ,
रांची: राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने एक बार फिर ट्वीट कर रांची नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि राजधानी रांची को स्मार्ट शहर बनाने की कवायद चल रही है. वहीं यहां पर काबिज जन प्रतिनिधियों को जनता की समस्याओं की समझ नहीं है. आखिर चुने हुए जन प्रतिनिधियों को जनता को राहत देनेवाली घोषणाओं पर अमल करने में कितना समय और लगेगा.
उन्होंने कहा है कि 11 महीने बाद नगर निगम और नगर विकास विभाग की तरफ से राजधानी के 20 से अधिक जगहों पर बने पार्किंग स्थल का शुल्क घटाने का निर्णय लिया गया. इससे यह साबित होता है कि नगर निगम के अधिकारी जो चाहते हैं, वही करवाते हैं. जन प्रतिनिधियों को अपना काम करने का दायरा मालूम ही नहीं है. जनप्रतिनिधियों को यह जानना चाहिए कि आखिर नगर निगम की योजनाओं को पूरा करने में उन्हें कितना वक्त चाहिए.
बेहतर हो कि शहर को स्मार्ट बनाने से पहले कुछ वक्त शहर को स्मार्ट बनानेवालों को स्मार्ट बनाने में लगाया जाय।जनता ने जो भुगता उसकी जिम्मेवारी तो कोई लेगा नहीं,पुनरावृत्ति रोकने का ही इंतज़ाम किया जाय। @DKTiwar06028435 @bjpcpsingh @AshaLakraMayor @sanjeevkrvijay @ceo_ranchi @FJCCI
— Mahesh Poddar (@maheshpoddarmp) October 2, 2019
उन्होंने कहा है कि शहर को स्मार्ट बनाने से पहले स्मार्ट और पेशेवर लोगों को ही लगाना चाहिए. पहले कुछ वक्त शहर को स्मार्ट बनाने वालों को स्मार्ट बनाने में लगाने की आवश्यकता है, ताकि जनता ने जो भुगता है, वह उनकी समझ में आ सके. जनता की समस्याओं की जवाबदेही भी कोई नहीं लेता है. इसलिए बार-बार एक ही तरह की पुनरावृति हो रही है. इसे रोकने के उपाय नगर निगम के प्रतिनिधयों को करना चाहिए. इससे ही रांची शहर स्मार्ट और बेहतर बनेगा.