पटना: बिहार की राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के बेली रोड के पास बुधवार की शाम को दर्दनाक हादसा हो गया. इस हादसे में तीन बच्चों की मौत हो गई. बेली रोड पर पुल निर्माण का काम चल रहा है, जहां तीनों बच्चे खेल रहे थे.
इस दौरान तीनों बच्चे वहां बने गड्ढे में गिर गए फिर उनके ऊपर गाटर भी गिर गया. जब लोगों ने बच्चों के चीखने की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंचकर गाटर उठाने की कोशिश की, लेकिन वजन ज्यादा होने के चलते कोई नहीं उठा पाया फिर क्रेन के सहारे गाटर को उठाया गया.
तीनों मृतक बच्चों की पहचान केशव, करण और साहिल के रूप में हुई है. करीब आधे घंटे तक तीनों बच्चे गाटर के नीचे दबे रहे, जब तक क्रेन नहीं हटाया.
वहीं मौके पर पहुंची सचिवालय थाना की पुलिस तीनों बच्चों को लेकर आनन-फानन में अस्पताल पहुंची, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई. वहीं घटना से लोगों में काफी गुस्सा है.
लोगों ने बेली रोड पर घंटों तक सड़क जाम करके रखा फिर वहां से गुजरने वाली गाड़ियों को अपना निशाना बनाया. इसके बाद हालात को काबू में करने के लिए करीब 8 से 10 थानों की पुलिस बुलानी पड़ी.
पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और जांच की. डीएम ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी.
हादसे के बाद डीएम ने पूरे मामले की जांच का आदेश सदर एसडीओ को दिया है. डीएम कुमार रवि ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, फिलहाल इस मामले को लेकर थाना में केस दर्ज किया गया है.
वहीं इस घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता राशि देने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दुख की इस घड़ी में धारण करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुल निर्माण विभाग के इंजीनियर को कई बार सड़क किनारे रखे गए गाटर को हटाने के लिए कहा गया, लेकिन तीन-चार साल से गाटर यूं ही सड़क किनारे पड़े हुए हैं और आखिरकार आज वही हुआ जिसका डर था.