हजारीबाग: जेपी कारा में 350 कैदियों को चतरा, लातेहार और गढ़वा से लाया गया है. उपरोक्त जिलों के जेलों में कैदियों की संख्या बढ़ने के कारण तथा सुरक्षा के दृष्टि से यह कदम उठाया गया है.
हजारीबाग जेपी कारा लाए गए कैदियों में कई हार्डकोर उग्रवादी, माओवादी और अपराधी है. जेपी कारा अधीक्षक हमीद अख्तर ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया.
उन्होंने कहा कि जेपी कारा में व्यवस्था दुरुस्त है और यहां कैदियों के रखने के लिए पर्याप्त स्थान भी है. कैदियों को जांचोपंरात उन्हें बैरक आवंटित किया गया है. इनमें कई कैदी आजीवन कारावास की सजा भी काट रहे हैं.
लॉकडाउन में पैरोल पर जाने वालों को करना होगा इंतजार
जेपी कारा में लॉक डाउन अवधि के दौरान पैरोल पर घर जाने के आस में बैठे कैदियों को अभी और इंतजार करना होगा. जानकारी के मुताबिक अभी तक जेपी कारा में विभाग का कोई पत्र नहीं आया है, जिससे कैदियों को पैरोल पर छोड़ा जाएगा.
बताया कि निर्देश के आलोक में निर्णय लिया जाएगा. अभी कारा प्रशासन बाहर से आए कैदियों को व्यवस्थित और स्क्रिनिंग करने का काम कर रही है.