लखनऊ: अयोध्या फैसले को लेकर डीजीपी मुख्यालय की ओर से सोशल मीडिया पर ‘बाज’ जैसी नजर रखी गई. ‘ऑपरेशन ईगल’ के नाम हुई इस विशेष निगरानी के चलते अफवाह फैलाने के मामले में कई लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा जिलों में भी नजर रखी गई.
डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि बीते 24 घंटे में लगभग 3,712 सोशल मीडिया पोस्टों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इनमें से कई को रिपोर्ट कर हटवाया गया. पहले की गई ‘साइबर पेट्रोलिंग’ के तहत ट्वीटर, फेसबुक और यू-ट्यूब पर निगरानी रखी गई. सबसे अधिक ट्वीटर पर 2426 पोस्ट, फेसबुक 865 पोस्ट और यू-ट्यूब के 69 वीडियो व प्रोफाइल के खिलाफ रिपोर्ट की गई.
एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री ने बताया कि इस बार ट्विटर पर आने वाली पोस्ट पर सीधे संबंधित प्रोफाइल के डायरेक्ट मैसेज से पुलिस ने वार्निंग दी. इसका असर यह हुआ कि 75 प्रतिशत लोगों ने खुद से ही पोस्ट हटा ली, जिन लोगों ने वार्निंग के बाद भी पोस्ट नहीं हटाई, सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क कर उनकी प्रोफाइल डिलीट कराया गया.
सूत्रों का कहना है कि अयोध्या पर निगरानी के लिए पहली बार इसरो से मदद ली गई. इसरो से सेटेलाइट के माध्यम से अयोध्या में किसी निश्चित स्थान पर अचानक होने वाली भीड़ या अन्य मूवमेंट पर नजर रखी गई.