दिल्ली: भारत में पिछले 2 महीनों से जारी कृषि बिल के खिलाफ किसान आंदोलन अब काफी बड़ा रूप ले चुका है. इस आंदोलन से अब अनेक राज्यों के किसान जुड़ चुके है. इतना ही नहीं इन प्रदर्शनों के देश में दुष्परिणाम सामने आने लगे है. इन प्रदर्शन कारियों के चलते कभी रेल यात्रा रोकनी पढ़ रही है तो, कभी भारत बंद के चलते कोई और नुकसान हो रहा है. वहीं, अब इस किसान आंदोलन के चलते ही देश में होने वाले आयत-निर्यात पर भी बुरा असर पड़ता नजर आ रहा है.
दरअसल, भारत में शुरू हुआ किसान अब काफी बड़ा रूप ले चुका है. भारत के किसान अब कृषि बिल के खिलाफ मोचा खोल चुके है. इन किसानों पर कापू पाना अब मुश्किल होता नजर अर्ह रहा है. इनसे अब तक भारत के अंदर ही नुकसान हो रहा था, लेकिन अब भारत के साथ ही आने देशों पर भी इन आंदोलनों का बुरा असर दिखना शुरू हो चुका है. हालात यह है कि, बाहरी देशों के लिए माल की ढुलाई काफी प्रभावित हुई है. जिससे उद्योग ठप्प पड़ गए है. यही कारण है कि, 40 से ज्यादा देशों में सामान का निर्यात नहीं हो पा रहा है.
किसान कृषि बिल के खिलाफ अपनी जिद्द पर अड़े है. वह पहले के सामने अपनी मांगे रख चुके है. देश में किसानों की यह मांगे इतनी ज्यादा तेज हो चुकी है की अब इन आंदोलनों के चलते दूसरे देश प्रभावित होने लगे हैं.
वहीं, कुंडली औद्योगिक क्षेत्र की फैक्टरी से बर्तन, स्वास्थ्य उपकरण, दवाई, LED, प्लास्टिक उपकरण समेत अन्य सामान विदेशों में निर्यात होता आया है, लेकिन अभी किसान आंदोलन के चलते सामान फैक्टरी से बाहर ही नहीं निकाल पाया जा रहा है. यही कारण है कि, भारत से निर्यात नहीं हो रहा है और न दूसरे देशों से कच्चा माल आ पा रहा है.