कोलेबिरा (सिमडेगा): अघरमा पंचायत में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया गया. ग्रामीणों ने कहा कि आरक्षण के लिए गुमला, सिमडेगा, लोहदगा, खूंटी और रांची जिलों में ओबीसी आरक्षण रोस्टर को लागू करने के लिये लड़ाई तेज करेंगे.
ग्रामीणों ने कहा कि इन पांच जिलों में ओबीसी आरक्षण को शून्य रखा गया है. कोई भी पार्टी के नेताओं को ओबीसी के हितों को लेकर कोई ध्यान नहीं है. सभी को ओबीसी का वोट तो चाहिए, लेकिन उनके मुद्दे से परहेज है.
जब आरक्षण रोस्टर तैयार किया गया, तो कोई भी जनप्रतिनिधियों के द्वारा ओबीसी के हितों को ध्यान नहीं दिया गया. आज ओबीसी आरक्षण नहीं रहने के कारणों से इन पांच जिलों में ओबीसी की नियुक्ति नहीं हो पाई.
इसे ध्यान रखते हुए ओबीसी में आने वाले सभी जातियों के द्वारा वोट का बहिष्कार किया गया, जिसमें अहीर केवट तुरी तेली और रोतया समाज के लोग शामिल थे.
आज विरोध नहीं करेंगे तो हमारे आने वाले भविष्य को हम क्या जवाब देंगे. सभी ओबीसी युवाओं का भविष्य अंधकार में है. सभी सरकारी जगहों में ओबीसी होने के बावजूद भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.