गिरिडीह: कुटुंब न्यायालय में लंबित पारिवारिक मामलों के निष्पादन के लिए मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव कार्यक्रम 9 दिसम्बर से 11 दिसंबर 2019 तक होगा. झारखंड उच्च न्यायालय और झालसा, रांची के निर्देश पर यह हो रहा है. इसके आयोजन के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार दीपक नाथ तिवारी के मार्गदर्शन में 7 दिसंबर को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सेमिनार हॉल में 5 प्रशिक्षित मध्यस्थों की बैठक हुई.
इस बैठक में प्रधान न्यायधीश (कुटुंब न्यायालय) कुमारी रंजना अस्थाना ने सभी मध्यस्थों को बताया कि इस कार्यक्रम के लिए न्यायालय द्वारा 113 पारिवारिक मामलों को चिन्हित कर मध्यस्थता केंद्र भेजा गया है. संबंधित वादों में दोनों पक्षकारों को नोटिस भी भेजा गया है. उन्होंने सभी मध्यस्थों से पूरे मनोयोग से इन मामलों के निष्पादन की अपील की.
उन्होंने चिन्हित मामलों से सहित अन्य मामले जैसे 498 ए और घरेलू हिंसा से संबंधित मामलों को भी एक साथ निष्पादित करने के आवश्यक दिशा निर्देश मध्यस्थों को दिये.
गिरिडीह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संदीप कुमार बर्तम ने कहा कि इस तीन दिवसीय मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव कार्यक्रम में संबंधित मामलों के त्वरित निष्पादन में के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से पारिवारिक मामलों के पक्षकारों को काफी सहूलियत होती है. अतः इस पर अतिरिक्त ध्यान लगाते हुए इन मामलों को निष्पादन करने में हर संभव प्रयास करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह की ओर से पक्षकारों और मध्यस्थों के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता करवाई जा रही है.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से भी संबंधित पक्षकारों को नोटिस भेजा जा चुका है. बैठक में मध्यस्थ कामेश्वर प्रसाद यादव, राम रतन शर्मा, श्यामदेव राय एवं रेनू वर्मा मुख्य तौर पर उपस्थित थे.