रांची: जैक बोर्ड की दसवीं परीक्षा शामिल होने के लिए 387695 परीक्षार्थियों ने आवेदन दिया था और 385144 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे.
इनमें से 288928 परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। प्रथम श्रेणी से 148051 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुये. प्रथम श्रेणी से सफल होने वाले परीक्षार्थियों का 52 प्रतिशत रहा जबकि द्वितीय श्रेणी में 124036 परीक्षार्थी सफल रहे.
यानि द्वितीय श्रेणी में 42 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए. वही तृतीय श्रेणी से सफल होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत लगभग 6 प्रतिशत रहा .
तृतीय श्रेणी में 16841 परीक्षार्थी सफल रहे. परीक्षा की एक खास बात यह भी रही कि सामान्य जाति के लगभग 74 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे जबकि अनुसूचित जनजाति के भी 74 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए. पिछड़ी जाति के करीब 80 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा में सफल रहे.
कोडरमा जिला अव्वल, पाकुड़ रहा फिसड्डी
इस परीक्षा में सबसे अच्छा प्रदर्शन कोडरमा जिले का रहा जहां 83 दशमलव 064 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल रही. सबसे फिसड्डी स्थान पाकुड़ जिले का रहा जहां मात्र 63.98 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे. रांची का दूसरा स्थान रहा जहां 80.05 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे.
कोरोना संक्रमण के कारण रिजल्ट में हुआ विलंब
कोरोना संक्रमण के कारण इस बार रिजल्ट जारी करने को लेकर किसी भी तरह का समारोह नहीं हुआ. शिक्षा मंत्री ने वेबसाइट में तमाम रिजल्ट जारी किए . मैट्रिक और इंटरमीडिएट एग्जाम 11 फरवरी से 28 फरवरी तक संपंन्न हुए थे.अप्रैल तक रिजल्ट घोषित कर दिया जाता था, लेकिन इस बार कोविड-19 के कारण शिक्षण संस्थानों के अलावा कई चीजें प्रभावित हुईं और परीक्षा परिणाम में भी देरी हो गई. उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम देरी से शुरू हुआ और इस वजह से जुलाई में परीक्षा परिणाम जारी किया गया.
नेतरहाट के मनीष कटियार स्टेट टॉपर बने
मैट्रिक परीक्षा में नेतरहाट आवासीय विद्यालय के छात्रों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा. नेतरहाट विद्यालय के मनीष कुमार कटियार स्टेट टॉपर बने हैं. नेतरहाट स्कूल के इस छात्र ने 490 अंक लाकर स्टेट टॉप किया है. इसके अलावा दूसरे नंबर पर तीन विद्यार्थी हैं, वहीं दो छात्र 487 अंक लाकर तीसरे नंबर पर हैं.
दरलाहाट गांव के देवाशीष ने परिवार का मान बढ़ाया
साहेबगंज जिले के राजमहल प्रखंड के दरलाहाट गांव के देवाशीष भारती के बेटे मनीष कुमार कटियार ने मैट्रिक की परीक्षा में सूबे में पहला स्थान हासिल किया है. देवाशीष के 3 पुत्र पुत्रियों में मनीष पहले हैं. देवाशीष स्वयं किसान हैं पत्नी सुगिया देवी ग्रहणी है.
परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं होने के बाद भी वह अपने बच्चों को पढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. पहली कक्षा में मनीष का नामांकन गोड्डा के श्रीराम कोचिंग में कराया.
वहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद स्कूल में नामांकन के लिए प्रतियोगिता में शामिल हुआ. इसमें नेतरहाट विद्यालय में नामांकन हो गया. जहां उसने मैट्रिक परीक्षा पास की है. बुधवार को रिजल्ट आने के बाद पूरे परिवार का खुशी का ठिकाना नहीं है.
मनीष बताता है कि वह पढ़ लिखकर प्रशासनिक सेवा में जाना चाहता है. मनीष के पिता खुश हैं वे बताते हैं कि मनीष हर दिन 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करता है.