हार्ट अटैक एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में कहा जाता है कि ये पल भर में जान ले लेती है.और अगर सर्दियों का मौसम हो तो यह ख़तरा ज्यादा बढ़ जाता है. साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि लोग आमतौर पर इन्हें सामान्य समस्या समझ कर नजरंदाज कर देते हैं. और फिर परिणाम जानलेवा हो जाता है.
आपने फिल्मों में देखा होगा कि हार्ट अटैक आने पर सीने में तेज दर्द होता है लेकिन हर बार यही लक्षण हो ये जरुरी नहीं है. कई बार सीने में हल्की हल्की जलन, दबाव के लक्षणों के साथ हार्ट अटैक होता है. इसलिए हार्ट अटैक के सामान्य से समझे जाने वाले लक्षणों पर गौर करें ताकि सही समय पर बचाव किया जा सके.
जबड़े में तेज दर्द होना
बिना किसी कैविटी या दांत की प्रॉबलम के यदि जबड़े में दर्द हो रहा है औऱ साथ ही सीने में भी दर्द हो रहा है तो ये गंभीर संकेत हैं. ऐसा होने पर आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
बायीं बांह में दर्द की लहर
सीने का दर्द फैलकर अगर बायीं बांह में फैल गया है तो देर बिल्कुल ना करें. हो सकता है कि ये सरदी का दर्द हो लेकिन यदि ये लगातार हो रहा है और घबराहट हो रही है तो डॉक्टर के पास जाएं.
पैरों में सूजन
कई बार सर्दी की वजह से भी पैरों में सूजन आ जाती है. लेकिन यदि पैरों के साथ साथ एड़ियों में भी सूजन आ जाए और चलने फिरने में दर्द होने लगे तो डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है. दरअसल हार्ट अटैक से पहले ब्लड पंप करना कम करता है और उसके चलते पैरों में ब्लड का सर्कुलेशन कम होता है और सूजन आ जाती है.
एसिडिटी
एसिडिटी होना कोई बड़ी बात नहीं है. ज्यादा तला खाने के बाद ये हो जाती है और फिर ईनो लेने के बाद ठीक भी हो जाती है. लेकिन आपकी एसिडिटी यदि ईनो या कोई औऱ दवा लेने के बाद भी ठीक नहीं हो रही है तो डॉक्टर के पास जाइए. ये हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
होठों के नीचे नीलापन
अगर आपके होंठ एकाएक नीलापन लिए नजर आ रहे हैं तो डॉक्टर के पास संपर्क करें. हार्ट अटैक से पहले रक्त के पर्याप्त सकुर्लेशन में बाधा होने के कारण होठों के नीचे सही से ब्लड नहीं पहुंच पाता और वो नीले होने लगते हैं.
सीने में दबाव या घबराहट
भरी सरदी में भी अगर आपको घबराहट हो रही है और सीने में दबाव महसूस हो रहा है तो ध्यान दीजिए. ऐसे में कमजोरी महसुस होती है औऱ चक्कर भी आने लगते हैं. ऐसा हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
सांस लेने में दिक्कत
हार्ट अटैक आने से पहले दिल अपना काम सही ढंग से नहीं कर पाता है. ऐसे में फेफड़ों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. इसलिए अगर ऐसी दिक्कत हो रही है तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं.