हजारीबाग: वृद्धा आश्रम हजारीबाग में दहेज मुक्त झारखंड के राष्ट्रीय संस्थापक डॉ आनन्द कुमार शाही के द्वारा मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर चूड़ा, दही,तिलकुट भोजन कराया गया.
डॉ शाही यह कार्य 5 वर्षों से लगातार करते आ रहे है. साथ ही उनकी टीम बिजय प्रसाद, मुरली महथा, हरिहर प्रजापति, आदित्य सिंह, अखिलेश सिंह उपस्थित थे.
दहेज मुक्त झारखंड की टीम पूरे भारत में मुम्बई, दिल्ली, पुणे, कोल्हापुर, सतारा, पंजाब, बिहार, बंगाल, उड़ीसा, गुजरात, नासिक सभी जगहों पर सेवा दे रही है.
संस्था का मुख्य उद्देश्य है कि दहेज प्रथा रोकने एवं झारखंड के जो भी प्रवासी मजदूर झारखंड से बाहर रहते है, उन सभी लोगों के हित में काम करती है.