हजारीबाग: प्रखंड अवस्थित प्रसिद्ध सूर्यकुण्ड धाम में मकरसंक्रांति अवसर पर मंगलवार को 15 दिवसीय भव्य मेला का उद्दघाटन किया गया जहां विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक अमित कुमार यादव व बगोदर विधानसभा विधायक बिनोद कुमार सिंह द्वारा सयुंक्त रूप से विधिवत पूजा अर्चना कर व फीता काटकर किया गया.
इसके उपरांत एक सभा का आयोजन किया गया जहां सभास्थल पर मंचासीन विशिष्ठ अतिथि विधायक अमित कुमार यादव, विधायक बिनोद कुमार सिंह, प्रमुख रामलखन मेहता,जिप सदस्य कुमकुम देवी, मीणा देवी, स्थानीय मुखिया गुड्डी देवी, एसडीओ बरही, बीडीओ, सीआई फिरोज अख्तर सभी को मेला कमेटी सदस्यों द्वारा फूल माला पहनाकर व पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया. इस अवसर पर विधायक बिनोद सिंह ने कहा कि सूर्यकुंड मेला आस पास क्षेत्रो के लिए प्रसिद्ध है. वहीं मेला में अमन शांति बना रहने का अपील की गई. क्षेत्रीय विधायक अमित कुमार यादव ने कहा कि सूर्यकुंड भारत के मानचित्र में स्थापित है. इस मेले की अपनी ऐतिहासिक पहचान है मेला की प्रतिष्ठा कायम रखना हम सभी का दायित्व है. मेला में पेय जल की व्वयस्था की स्थायी समस्या समाधान करने का आश्वाशन दिया गया. उन्होंने स्थानीय मेला कमेटी सदस्यों को मेला का संचालन बेहतर रूप से करने की अपील की ताकि पर्यटकों व श्रद्धालुओं को असुविधा महसूस न हो. वहीं विधायक ने मेला में उपस्थित सभी जनता को आभार जताया.
उन्होंने जनता के हर सुख दुःख में साथ सहयोग करने की बात कही. बताते चले कि एशिया प्रसिद्ध गर्मजलकुंड सूर्यकुण्ड धाम कई मायनों में विख्यात है. यह पर्यटक स्थल के साथ धार्मिक धरोहर के रूप में समृद्ध व प्रसिद्ध है. सूर्यकुण्ड धाम व सूर्यकुंड मेला का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है. कई दशको पूर्व से मेला का आयोजन किया जा रहा है, जो आज के दौर में जिले का विशाल मेला के रूप प्रसिद्धि पाई है.
मौके पर देवेन्द्र पांडेय, सीके पांडेय, आनंद कुमार पांडेय, मेला कमेटी सदस्य व उपप्रमुख सुरेश पांडेय, मेला ठीकेदार अजित पांडेय, अर्जुन राणा, जागेश्वर नायक, शिशिर पांडेय, आनंद पांडेय, बीरेंद्र पांडेय, अनुज पांडेय समेत पुलिस प्रशासन, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी व सैकड़ो लोग उपस्थित थे.
आखिर क्यों प्रसिद्ध है सूर्यकुंड धाम:
सूर्यकुंड स्थित प्राचीन मां भगवती मंदिर व सूर्यकुंड के मुख्य कुंड का जलस्रोत की अपनी खास विशेषताएं है. मां भगवती का मंदिर का छत खुला है, जो सत्यता का एक प्रतीक है. यहां भक्तो की मनोकामना पूरी होती ऐसा लोगो का आस्था है. वहीं कोखसुन्नी महिलाएं मुख्य कुंड में आंवला का फल डालकर मनवांछित मन्नत मांगा जाता है. जो भी कोखसुन्नी महिलाएं सच्चे मन से मन्नत मांगती है, उनकी मनोकामना पूरी होती है, ऐसा लोगो को विश्वास रहा है. वहीं सूर्यकुंड का जल चर्म रोगियों व गेस्ट्रिक रोगियों के लिए वरदान है.