पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की नेता मरियम नवाज ने शनिवार को एक वीडियो क्लिप जारी किया था. इस वीडियो में जवाबदेही अदालत का एक जज यह स्वीकार करते नजर आ रहा है कि नवाज शरीफ को दोषी ठहराने के लिए उन्हें ब्लैकमेल किया गया था. मरियम के इस आरोप के बाद पाकिस्तान में सियासी घमासान मचा हुआ है. बवाल के बीच नवाज शरीफ को सजा सुनाने वाले जज अरशद मलिक अब खुद सामने आ गए हैं. अरशद मलिक ने आरोप लगाया है कि मरियम शरीफ ने उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की थी. इसके साथ ही उन्होंने मरियम द्वारा जारी किए गए वीडियो को भी गलत बताया. अरशद मलिक ने कहा कि नवाज परिवार केस के ट्रायल के दौरान ही उन्हें रिश्वत देने की कोशिश कर रहा था. अगर मैं धमकियों से डर जाता या दबाव में आता तो एक केस में बरी और एक में सजा न सुनाता.
नवाज को सुनाई गई है 7 साल की सजा
गौरतलब है कि नवाज शरीफ अल अजीजिया स्टील मिल मामले में भ्रष्टाचार के दोषी ठहराए गए थे, जिसके बाद वह 24 दिसंबर 2018 से कोट लखपत जेल में बंद हैं. उन्हें सात साल जेल की सजा सुनाई गई है.
बता दें कि मरियम नवाज के वीडियो पर इमरान खान सरकार ने कहा कि वीडियो छेड़छाड़ करके तैयार किया गया है. उन्होंने आरोप को न्यायपालिका पर हमला करार दिया और वीडियो की फॉरेंसिक ऑडिट की मांग की.