नयी दिल्लीः भारत का लड़ाकू विमान तेजस को और शक्तिशाली बनाने और इसकी क्षमता को और विकसित करने के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक और आधुनिक लड़ाकू विमान कहलाने वाले एफ-35 की निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारतीय ‘मेक इन इंडिया’ अभियान से जुड़ने की इच्छा जताई है.
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अमेरिका की दिग्गज एयरोस्पेस कंपनी लॉकहीड ने अपने मल्टी-बिलियन डॉलर कार्यक्रम के तहत भारत की मदद करने की पेशकश की है.
लॉकहीड एकतरफ भारत को अगली पीढ़ी का एडवांस मल्टी रोल कांबेट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) तैयार करने में मदद देगी, वहीं स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस को भी और ज्यादा घातक बनाने का तरीका सुझाएगी.
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अमेरिकी कंपनी ने यह प्रस्ताव राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगामी 24-25 फरवरी को पहली बार भारत दौरे पर आने से ठीक पहले दिया है. इस दौरे के दौरान दोनों सामरिक साझेदार देशों के बीच अपने रक्षा व सैन्य सहयोग को और ज्यादा बढ़ाने के समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है.
इस दौरे से पहले लॉकहीड मार्टिन के उपाध्यक्ष विवेक लाल ने कहा, कंपनी भारत को तेजस लड़ाकू विमान को आगे विकसित करने और साथ ही अगली पीढ़ी का विमान बनाने वाले 5 अरब डॉलर के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में मदद करने के लिए ‘पूरी तरह’ तैयार है.
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वायुसेना को 114 विमान बेचने के 18 अरब डॉलर कीमत वाले सौदे के बदले लॉकहीड मार्टिन कंपनी भारत को एफ-21 विमान देने के साथ ही यहीं पर अपना निर्माण संयंत्र स्थापित करने का भी वादा कर रही है.
साथ ही उसने यह भी कहा है कि यदि भारत उसे यह अनुबंध देता है तो वह किसी दूसरे देश को अपना यह लड़ाकू विमान उपलब्ध नहीं कराएगी.
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पाकिस्तानी एफ-16 से 40 फीसदी उन्नत है एफ-21 लॉकहीड मार्टिन का दावा है कि एफ-21 विमान हथियार पैकेज के हिसाब से पाकिस्तान के पास मौजूद एफ-16 विमान से 40 फीसदी ज्यादा उन्नत है.
उसके मुताबिक, इस विमान में करीब 138 तरह के हथियार पैकेज हैं, जिसमें अमेरिकी सरकार की मंजूरी के बाद भारतीय आवश्यकताओं के हिसाब से और ज्यादा बढ़ोतरी की जा सकती है.
विवेक लाल का दावा है कि एफ-21 दुनिया का इकलौता विमान है, जिसमें परंपरागत ईंधन क्षमता के साथ ही ईंधन भरने के लिए हॉज एंड ड्रॉग सुविधा भी मौजूद है.
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भारतीय वायुसेना ने पिछले साल अप्रैल में 114 लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफआई) निकाला था.
करीब 18 अरब डॉलर के इस सौदे को हालिया सालों में दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य खरीद माना जा रहा है. इस सौदे को हासिल करने के लिए लॉकहीड के एफ-21 विमान के अलावा रूसी मिग-35 विमान, साब का ग्रिपन विमान, दसॉल्ट एविएशन का राफेल, बोइंग का एफ/ए-18 और यूरोफाइटर का टायफून विमान शामिल हैं.
लेकिन लॉकहीड के उपाध्यक्ष विवेक लाल का दावा है कि एफ-21 किसी भी दोहरे इंजन वाले विमान के मुकाबले 30-40 फीसदी कम लागत में उपलब्ध हो सकता है.