ऑटो डेस्क: कार बैट्री किसी भी सुबह धोखा दे सकती है। अगर इन इशारों पर वक्त रहते ध्यान दिया जाए तो हो सकता है आप बड़ी परेशानी से बच जाएं।
यह पता होना जरूरी है कि बैट्री को कब बदला गया था। कार के मामले में यह याद रखना आसान होता है कि जितनी पुरानी कार, उतनी पुरानी बैट्री। अमूमन एक बैट्री पांच से सात साल तक साथ निभाती है। सब निर्भर करता है आप उसका कितना ख्याल रखते हैं।
कार कितना चलती है
बैट्री की उम्र का असर तब कम होता है जब कार रोज चलती है। रोज चलने से बैट्री चार्ज होती रहती है। अगर आप कार रोज चलाते हैं तो बैट्री ज्यादा साथ देगी। इसके उलट अगर कार कभी-कभार निकलती है तो यह बैट्री के लिए दिक्कतभरा है। कभी-कभी चलने वाली कारों की बैट्री की उम्र कम हो सकती है।
ठंड नहीं, गर्मी करेगी ज्यादा नुकसान
ठंड का मौसम बैट्री को भी पसंद है, लेकिन गर्मी घोर नापसंद है। गर्म इलाकों में बैट्री की उम्र बेहद कम हो जाती है। ज्यादा गर्माहट और ओवरचार्जिंग दो मुख्य वजह हैं बैट्री के जल्दी खराब होने की। गर्मी से बैट्री के अंदर के फ्लुइड का वाष्पिकरण हो जाता है, जिससे यह अंदरूनी तौर पर डैमेज हो जाती है।
इन पर भी हो ध्यान
- कार के इंजन की रफ्तार पर हेडलाइट्स का झपकना भी इस बात का इशारा है कि बैट्री कमजोर हो रही है।
- बैट्री टर्मिनल्स और केबल्स पर करोशन के निशान भी इसकी कमजोरी जाहिर करते हैं।
- नई कारों में बैट्री साइन इंडिकेटर भी रोशन हो जाता है, लेकिन कई दफा इसे ऑन होने में इतनी देर हो जाती है कि कार चालू ही नहीं होती।
बैट्री की उम्र लंबी की जा सकती है
- छोटी राइड्स से बचना चाहिए, खासतौर पर सुबह। लंबी राइड्स बैट्री को चार्ज कर देती हैं।
- बैट्री अपनी जगह बेल्ट से अच्छी तरह कसी होना चाहिए। वाइब्रेशन से इसमें अंदरूनी डैमेज की आशंका होती है।
- टर्मिनल्स को वक्त-वक्त पर ब्रश से साफ करते रहें। ब्रश को बेकिंग सोडा और पानी के घोल में डुबाकर साफ करेंगे तो ज्यादा कारगर होगा।
- खड़ी कार में इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग सबसे घातक है। यह खड़ी गाड़ी में फैन चलाना भी हो सकता है, इससे बचना चाहिए।
ऑटो डेस्क: कार बैट्री किसी भी सुबह धोखा दे सकती है। अगर इन इशारों पर वक्त रहते ध्यान दिया जाए तो हो सकता है आप बड़ी परेशानी से बच जाएं।
यह पता होना जरूरी है कि बैट्री को कब बदला गया था। कार के मामले में यह याद रखना आसान होता है कि जितनी पुरानी कार, उतनी पुरानी बैट्री। अमूमन एक बैट्री पांच से सात साल तक साथ निभाती है। सब निर्भर करता है आप उसका कितना ख्याल रखते हैं।
कार कितना चलती है
बैट्री की उम्र का असर तब कम होता है जब कार रोज चलती है। रोज चलने से बैट्री चार्ज होती रहती है। अगर आप कार रोज चलाते हैं तो बैट्री ज्यादा साथ देगी। इसके उलट अगर कार कभी-कभार निकलती है तो यह बैट्री के लिए दिक्कतभरा है। कभी-कभी चलने वाली कारों की बैट्री की उम्र कम हो सकती है।
ठंड नहीं, गर्मी करेगी ज्यादा नुकसान
ठंड का मौसम बैट्री को भी पसंद है, लेकिन गर्मी घोर नापसंद है। गर्म इलाकों में बैट्री की उम्र बेहद कम हो जाती है। ज्यादा गर्माहट और ओवरचार्जिंग दो मुख्य वजह हैं बैट्री के जल्दी खराब होने की। गर्मी से बैट्री के अंदर के फ्लुइड का वाष्पिकरण हो जाता है, जिससे यह अंदरूनी तौर पर डैमेज हो जाती है।
इन पर भी हो ध्यान
- कार के इंजन की रफ्तार पर हेडलाइट्स का झपकना भी इस बात का इशारा है कि बैट्री कमजोर हो रही है।
- बैट्री टर्मिनल्स और केबल्स पर करोशन के निशान भी इसकी कमजोरी जाहिर करते हैं।
- नई कारों में बैट्री साइन इंडिकेटर भी रोशन हो जाता है, लेकिन कई दफा इसे ऑन होने में इतनी देर हो जाती है कि कार चालू ही नहीं होती।
बैट्री की उम्र लंबी की जा सकती है
- छोटी राइड्स से बचना चाहिए, खासतौर पर सुबह। लंबी राइड्स बैट्री को चार्ज कर देती हैं।
- बैट्री अपनी जगह बेल्ट से अच्छी तरह कसी होना चाहिए। वाइब्रेशन से इसमें अंदरूनी डैमेज की आशंका होती है।
- टर्मिनल्स को वक्त-वक्त पर ब्रश से साफ करते रहें। ब्रश को बेकिंग सोडा और पानी के घोल में डुबाकर साफ करेंगे तो ज्यादा कारगर होगा।
- खड़ी कार में इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग सबसे घातक है। यह खड़ी गाड़ी में फैन चलाना भी हो सकता है, इससे बचना चाहिए।