रांचीः ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन झारखंड ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यह मांग की है कि राज्य के सभी निजी शिक्षण संस्थानों के छात्रों की फीस कोरोना वायरस को देखते हुए लॉक डाउन की अवधि की फीस माफ करवाएं तथा जब तक हालात सामान्य ना हो तब तक अभिभावकों को इसमें सहूलियत प्रदान की जाए.
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ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के झारखंड अध्यक्ष अजय राय ने कहां की हर स्कूल कॉलेज संस्थानों में कई तरह के फंड रिजर्व रखे जाते हैं उन पैसों से स्कूल कॉलेज एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में काम करने वाले टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ का मासिक भुगतान किया जा सकता है.
कोरोना के प्रभाव से आम जनता काफी ग्रस्त है ऐसे में जो सरकारी संस्थानों में काम करने वाले राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के अधिकारियों कर्मचारियों को तो माहवारी भुगतान हो जाएगा मगर जो गैर सरकारी ,प्राइवेट ,बिजनेस या अन्य रोजमर्रा के काम में लगे हुए है, उनके सामने क्या होगा जिनका वर्तमान में अपना घर चला पाने की भी स्थिति नहीं है. ऐसे में वो स्कूल फीस, बस फीस का भुगतान कैसे करेंगे. इस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार कर निर्णय लेने की जरूरत है.
अजय राय ने रिजर्व बैंक के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें रिजर्व बैंक ने अगले तीन महीनों के लिए ईएमआई की अवधि को बढ़ा दिया है, जिससे आम जनमानस में एक अच्छा संदेश गया है आरबीआई के प्रति.
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अजय राय ने निजी स्कूल प्रबंधक सहित सरकारी गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों से भी आग्रह किया है कि वह मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए पूरे विश्व में कोरोना वायरस के परिणामों को ध्यान में रखते हुए लॉक डाउन अवधि का फीस माफ करें साथ ही आगे हालात सामान्य होने पर इसका समाधान भी अभिभावकों के साथ मिलजुल कर निकालें ताकि किसी पक्ष को कोई परेशानी ना हो और वह भी इस कोरोना जंग के लिए एक मिसाल पेश करें ताकि हर आम जनमानस और अभिभावकों को भी लगे की कोरोना से लड़ाई लड़ने वाले इस जंग में वह भी सरकार और अभिभावकों के साथ है.