रांचीः प्रदेश भाजपा के मीडिया पैनिलिस्ट अजय राय ने कहा कि तबलीगी जमात में शामिल मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे से कड़ाई से पूछताछ की जानी चाहिए कि किस किस जिले से कौन लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए हैं. अभी वर्तमान में सरकार के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम अपने कारस्तानीयों से संदेह के घेरे में आ चुके है. ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उन्हें मंत्री मंडल से बाहर का रास्ता दिखाते हुए उनके विरुद्ध निष्पक्ष जांच कमिटी गठित करे की. उन्होंने किस तरह मंत्री के पद का दुरूपयोग किया है.
अगर सरकार के मंत्री और उनके बेटो के द्वारा ही इस तरह की हरकत होगी तो आम जनता कैसे सरकार पर विस्वाश करेगी यह सोचनीय प्रश्न है. झारखंड में आ रही लगातार खबरों से दिल्ली से तबलीकी जमात से लौटे कई जमाती देसी और विदेशियों के अलग अलग जिलो के मस्जिदों में रुकने की सूचनाओं के तहत अभी तक तीन दर्जन से ज्यादा विदेशी नागरिक पकड़े गए है. वहीं दिल्ली से लौटे तबलीकी जमात के विभिन्न जिलों के जमाती विभिन्न मस्जिदों में रुके हुए है जिसकी लगातार चर्चा हो रही है.
Also Read This: शिक्षक राजेंद्र कुमार ने पहुंचाया बच्चों के घर तक चावल
उन्होंने कहा कि चुकी दिल्ली में तबलीकी जमात में शामिल एक बड़ा तबका कोरोना पोजेटिव पाया गया है और उनमें दर्जनों की मौत भी हो चुकी है और अभी औरों की जांच रिपोर्ट आने बाकी है, ऐसे में झारखंड आ पहुंचे तबलीकी जमात के ये देसी विदेशी जमाती झारखंड में महामारी को फैलाने में अज्ञानता वस अपना रोल अदा कर सकते है. ऐसे में इनकी कोरोना की चिकित्सीय जांच होना अत्यंत आवश्यक है.
झारखंड सरकार ऐसे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा ,चर्च को चिन्हित करे जहां लोग जमा हैं और उनकी पहचान कर उनकी जांच सुनिश्चित करें की उनमें कितने पॉजिटिव और कितने नेगिटिव कोरोना के मरीज है ताकि झारखंड को इस महामारी से बचाने में सरकार प्रभावी हो सके. क्वरेंटाइन के दौरान जांच में कोरोना पॉजिटिव विदेशी महिला का मिलना इस बात को बल दे रहा है कि दिल्ली तब्लीकी जमात में सामिल होने वाले जमातियों में कई कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसको देखते हुए स्वतः संज्ञान लेने की जरूरत झारखंड सरकार स्थानीय प्रशासन और पुलिस को है ताकि समय रहते महामारी फैलाने वाले कोरोना पॉजिटिव को क्वरेंटाइन किया जा सके तथा महामारी को फैलने से रोका जा सके.
दिल्ली के घटनाक्रम से झारखंड सरकार को सबक लेते हुए एहतियात के तौर पर कड़े कदम उठाने चाहिए. ऐसे झारखंड सरकार, स्थानीय प्रशासन की हम सराहना करते है लेकिन अभी एहतियात के लिए और कदम सख्ती से उठाने की आवश्यकता है. उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कोरोना के गिरफ्त में आए तबलीकी जमात में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे विभिन्न देशों के और देश भर के जो लोग इस जमात में शामिल थे उनको छुपाए रखना और उनके बारे में गलत बयानी करना तबलीगी जमात के लोगों को साथ ही इंतजामिया कमिटी द्वारा गैरजिम्मेदाराना रवैये उन्हें भारी पड़ा है.
Also Read This:कोरोना वायरस के संदिग्ध ने अस्पताल में की खुदकुशी की कोशिश
अब तक तबलीगी जमात फेसबुक और सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार प्रशासन और पुलिस की बदनामी कर रही थी लेकिन दिल्ली पुलिस ने बड़ी सूझबूझ के साथ इस गम्भीर मसले को सॉल्व करने के लिए बाकायदा 23 तारीख इनको बताकर बाकायदा वीडियो रिकॉर्डिंग की जिसको दिल्ली पुलिस ने अपने ऊपर आरोपो का प्रतिकार करते हुए जन संचार और खबरिया चैनलों के माध्यम से प्रसारित कराकर सारी वस्तु स्थिति स्पष्ट कर दी है.