दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया, जब कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज ने क्वारंटाइन किए जाने पर अस्पताल की खिड़की से कूदकर जान देने की कोशिश की. यह मरीज निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल होने के लिए आया था.
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जानकारी के अनुसार, निजामुद्दीन की तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले छह लोगों की तेलंगाना में और जम्मू-कश्मीर में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. अकेले दिल्ली में ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए 24 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल हुए 441 लोगों में इस महामारी के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को खाली करा लिया गया है और यहां से कुल 2361 लोगों को निकाला गया है.
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को बताया कि निजामुद्दीन के आलमी मरकज में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है. इस इमारत में कुल 2361 लोग बाहर निकाले गए जिनमें से 617 को अस्पतालों में और बाकी को अलग-अलग क्वारंटीन में भर्ती कराया गया है.
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सिसोदिया ने लॉकडाउन में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि करीब 36 घंटे के इस अभियान में मेडिकल स्टाफ, प्रशासन, पुलिस और डीटीसी स्टाफ सबने मिलकर तथा अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया. इन सबको दिल से सलाम.
गौरतलब है कि निजामुद्दीन की तबलीगी मरकज में तबलीगी समाज का कार्यक्रम था जिसमें बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे. बाद में यहां से लोग देश के विभिन्न राज्यों में गए जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है.