देवघर: उपायुक्त नैंसी सहाय की अध्यक्षता में नैगमित सामाजिक उत्तरदायित्व अर्थात सी.एस.आर के तहत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई. बैठक में उपायुक्त ने आई.ओ.सी.एल, चित्रा कोलियरी, हैदराबाद इंडस्ट्रीज लिमिटेड आदि के द्वारा जिले में सी.एस.आर के तहत किये जा रहे विभिन्न कार्यो की वास्तुस्थिति से अवगत हुई.
इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि जिले 36 आंगनबाड़ी केंद्रों को सी.एस.आर के तहत मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित करने हेतु टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है जल्द ही सभी चयनित आंगनबाड़ी केंद्र एक नए रूप में नजर आएंगे जहां बच्चों के पढ़ाई से लेकर मनोरंजन, ज्ञानवर्द्धन की व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहेगी. बैठक के दौरान उपायुक्त नैंसी सहाय ने देवघर शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षत्रों में सी.एस.आर के तहत पेयजलापूर्ति के कार्यो की समीक्षा करते हुए कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वक्षता प्रमंडल, देवघर को निर्देशित किया कि चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए ससमय सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करें.
इसके अलावे उपायुक्त ने अम्बेडकर पुस्तकालय में हैदराबाद इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा वाटर कूलर लगाए जाने के कार्य हेतु जिला योजना पदाधिकारी को निर्देशित किया कि जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर जेम के माध्यम से वाटर कूलर की खरीदारी कर पुस्तकालय में लगायी जाए. समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने देवघर जिला अन्तर्गत सी.एस.आर के तहत विभिन्न उद्योगों द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-2019 में किये जा रहे कार्यों की जानकारियों से अवगत हुई. साथ हीं जिला योजना पदाधिकारी को निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष 2020-2021 हेतु जिले में सी.एस.आर के तहत किये जाने वाले कार्यो की बेहतर रणनीति तैयार करें, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण, पेयजलापूर्ति के कार्यो को और भी बेहतर बनाया जा सके.
बैठक के दौरान उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि जिले में जितने औद्योगिक इकाई जिस क्षेत्र में अधिष्ठापित होती उन सभी का दायित्व होता है कि उस क्षेत्र के शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजलापूर्ति आदि के माध्यम से समाज का कल्याण किया जाए. आगे उन्होंने जानकारी दी कंपनी अधिनियम के तहत किसी भी औद्योगिक इकाई जिसके द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग किया जाता है उनका ये दायित्व बनता है कि वे अपने औसत लाभ का 2 प्रतिशत सी.एस.आर के तहत समाज के कल्याण हेतु राशि खर्च करें. इस राशि का उपयोग जिले को बेहतर बनाने के साथ-साथ शिक्षा को बढ़ावा देने, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधारने, पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने, खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने, राष्ट्रीय विरासत का संरक्षण करने, स्कूलों में शौचालय का निर्माण आदि के कार्यो में उपयोग किया जा सकता है.
बैठक में उपरोक्त के अलावे जिला योजना पदाधिकारी निर्मल कुमार झा, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल देवघर, आनंद कुमार, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी ए.बी रॉय, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनिता कुजूर, विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थे.