रांची : हेमन्त सरकार द्वारा छठी जेपीएससी के परिणाम और नियुक्ति की अनुशंसा पर आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश सचिव राजन कुमार सिंह ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि तमाम गड़बड़ियों के बावजूद , छात्रों के घोर आंदोलन के बावजूद हेमन्त सोरेन द्वारा छठी जेपीएसी के परिणाम और नियुक्ति की अनुशंसा का हम घोर विरोध करते हैं.
उन्होंने कहा कि हेमन्त सोरेन जी खुद नेता प्रतिपक्ष रहते हुए 6ठी जेपीएससी पर रोक लगाने की मांग की थी. हाल में ही रघुवर सरकार के समय कार्यरत पूर्व महाधिवक्ता अजित कुमार ने भी हाई कोर्ट में छठी जेपीएससी में गड़बड़ी की बात की है. उन्होंने भी परिणाम पर रोक लगाने की मांग की. इतना ही नहीं, सरकार और जेपीएससी को खुद 8 अगस्त तक हाईकोर्ट में ये जवाब देना है कि परीक्षा परिणाम पर हाई कोर्ट द्वारा क्यों स्टे नहीं लगाया जाए. ऐसी स्थिति में हेमंत सरकार द्वारा आपाधापी में परिणाम की अनुसंशा करना बेहद आपत्तिजनक है. हेमंत झारखंड के छात्रों के पीठ में नहीं बल्कि अब सीने में चाकू भोंकने का काम कर रहे हैं. यह झारखंड के मेधावी छात्रों के साथ अन्याय है. अब ये प्रतीत होता है कि छठी जेपीएसी में हुई गड़बड़ी करवाने में हेमंत सोरेन का भी शह है या फिर जेपीएसी की भ्रष्ट व्यवस्था के सामने वो भी घुटने टेक चुके हैं.
आम आदमी पार्टी इसका सख्त विरोध करती है. आम आदमी पार्टी हेमन्त सोरेन सरकार से इस मामले में निम्नलिखित मांग करती है.
1. छठी JPSC के परिणाम और नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
2. सातवीं, आठवीं तथा नवीं के साथ संयुक्त रूप से छठी JPSC की भी परीक्षा ली जाए और सम्पूर्ण प्रक्रिया केलेंडर जारी कर एक वर्ष में पूरी हो।
3. भाषा के प्रश्नपत्र को सिर्फ क्वालीफाइंग रखा जाय।
4. आरक्षण नीति का शब्दशः पालन हो