रांचीः भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है. एक साथ रांची, धनबाद के अलग-अलग कार्यालयों में छापेमारी की जा रही है. नीरज सिन्हा, महानिदेशक ब्यूरो प्रमुख एसीबी, झारखंड ने इन छापों की पुष्टि की है.
एसीबी के द्वारा बुधवार को सुबह करीब साढ़े दस बजे रांची नगर निगम कार्यालय, धनबाद नगर निगम कार्यालय, रजिस्ट्री ऑफिस रांची तथा डोरंडा थाना पर एक साथ दबिश दी गई है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यहां होने वाले क्रियाकलापों के बारे में विस्तृत जांच कर रहा है.
रांची नगर निगम में डीएसपी सादिक अनवर रिजवी के नेतृत्व में छापेमारी चल रही है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम यहां दस्तावेजों को खंगाल रही है.
रांची नगर निगम में एसीबी के डीएसपी सादिक अनवर रिजवी के नेतृत्वं में छापेमारी चल रही है.
बताया गया कि इन कार्यालयों में एसीबी की टीम फाइलों को खंगाल रही है. यहां से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी. इस दौरान इन कार्यालयों में एसीबी की दबिश से अफसर से लेकर कर्मचारी तक में हड़कंप मच गया. अधिकारियों से बारी-बारी से कामकाज संबंधी फाइलें तलब की जा रही है.
एसीबी की चार टीमें सभी चार कार्यालयों रांची नगर निगम, धनबाद नगर निगम, रजिस्ट्री कार्यालय रांची और डोरंडा थाने में रेकॉर्ड की पड़ताल में जुटी है.
रांची नगर निगम में जांच कर रहे एसीबी के डीएसपी सादिक अनवर ने बताया कि सरकार की ओर से प्रिवेंटिव चेक किया जा रहा है. नगर निगम में बनने वाले नक्शा, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, वाटर कनेक्शटन आदि सेवाओं की सर्विस डिलिविरी के तौर तरीकों की परख की जा रही है. यह छापेमारी किसी भी शिकायत के आलोक में नहीं की जा रही है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही है प्रीवेंटिव चेकिंग-
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की रांची व धनबाद के चार ठिकानों पर एक साथ चेकिंग चल रही है. इस चेकिंग का नाम दिया गया है प्रीवेंटिव चेकिंग. जहां चेकिंग चल रही है, उनमें धनबाद नगर निगम, रांची नगर निगम, रांची रजिस्ट्री कार्यालय व डोरंडा थाना शामिल हैं. सभी कार्यालयों में वहां के एक पदाधिकारी एसीबी के अधिकारियों के साथ-साथ टीम में नोडल अधिकारी के रूप में शामिल किए गए हैं.
एसीबी के डीजी नीरज सिन्हा के अनुसार, भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की चेकिंग का प्रावधान है जो कभी भी, कहीं भी किया जा सकता है.
शाम तक चलेगी चेकिंग-
इस चेकिंग में अनियमितता मिल भी सकती है और नहीं भी मिल सकती है. अनियमितता मिलने पर संबंधित विभाग को इसकी जानकारी दी जाती है. यह चेकिंग देर शाम तक चलेगी. संबंधित जगहों पर दस्तावेज की जांच होगी. वहां के कामकाज के तरीके देखे जाएंगे. जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, उससे विभाग को अवगत कराया जाएगा. ऐसे अभियान चलने से संबंधित विभाग के अधिकारियों-कर्मियों में भय होगा और वे भ्रष्टाचार का रास्ता भी छोड़ेंगे. एसीबी के संकल्प के तहत ही यह छापेमारी की जा रही है.