फिल्मों में सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर पहचान बनाने वाले चंकी पांडे आज अपना 57वां जन्मदिन मना रहे हैं. 80 के दशक में उन्होंने कुछ हिट फिल्में दी थीं लेकिन लीड एक्टर के रूप में वो कभी नहीं उभर पाए. हिंदी फिल्मों में फ्लॉप रहने के बाद चंकी ने बांग्लादेशी सिनेमा में काम किया और वहां वो हिट रहे. इसके बाद उन्होंने फिर से बॉलीवुड में कमबैक किया. कभी अक्षय कुमार को डांस सिखाने वाले चंकी पांडे के जन्मदिन पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बता रहे हैं.
चंकी पांडे और अक्षय कुमार ने कई फिल्में साथ की हैं. चंकी और अक्षय कुमार एक ही डांस क्लास में थे. कहा जाता है कि उन्होंने ही अक्षय को डांस करना सिखाया था. लेकिन उन्हें अक्षय की तरह सफलता नहीं मिली. एक इंटरव्यू में चंकी पांडे ने बताया था कि आखिर उन्हें किस तरह फिल्मों में काम मिला.
चंकी पांडे को डायरेक्टर पहलाज निहलानी ने 1987 में धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म ‘आग ही आग’ में मौका दिया था. पहलाज से पहली मुलाकात का जिक्र करते हुए चंकी ने बताया था कि वो एक शादी में नाड़े वाला कुर्ता पहने हुए थे. शादी में ही जब वो टॉयलेट गए तो उनके पैजामे का नाड़ा नहीं खुल रहा था. निहलानी ने नाड़ा खुलवाने के लिए चंकी की मदद ली. वहीं बातों-बातों में उन्होंने चंकी को अगली फिल्म का ऑफर दे दिया. इस तरह उन्हें पहली फिल्म मिली.
चंकी ने ‘पाप की दुनिया’ (1988), ‘खतरों के खिलाड़ी’ (1988),’ ‘जहरीले’ (1990) और ‘आंखें’ (1992) जैसी सुपरहिट फिल्में देकर अपना सिक्का जमा लिया था. उन्होंने साल 1988 की सुपरहिट फिल्म ‘तेजाब’ में अनिल कपूर के दोस्त का किरदार निभाया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड(सपोर्टिंग एक्टर) भी मिला. लेकिन 90 के दशक में उनका करियर खत्म होने लगा था.
बॉलीवुड में करियर खत्म होता देख चंकी पांडे ने बांग्लादेशी सिनेमा का रुख किया. स्थानीय भाषा न आने के बावजूद उन्होंने बांग्लादेश में स्टारडम हासिल किया. चंकी ने बांग्लादेशी सिनेमा में ‘स्वामी केनो असामी’, ‘बेश कोरेची प्रेम कोरेची’, ‘मेयेरा ए मानुष’ जैसी सुपरहिट फिल्में दीं. हालांकि उन्होंने बॉलीवुड में फिर से वापसी कर ली .