रांचीः भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ के बयान पर आजसू ने पलटवार किया है. पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी ने कहा है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अपनी डफली अपना राग बजा रहे हैं. गठबंधन लक्ष्मण गिलुआ नहीं तय कर सकते. बीजेपी का गठबंधन केंद्रीय स्तर पर तय होता है. इस पर केंद्रीय स्तर पर निर्णय लिया जाना है. गिलुआ को वास्तविकता का ज्ञान नहीं है. वे शीट शेयरिंग मामले पर अनुशंसा कर सकते हैं, निर्णय नहीं. इधर, रविवार को गिलुआ ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि 2014 में आजसू को जितनी सीटें मिली थीं, उससे एक भी अधिक सीट नहीं मिलेगी. फुटबॉल मैदान में भीड़ जुटाकर वोटवैंक समझने की गलती नहीं होनी चाहिए. 2014 में आजसू को सिर्फ आठ सीटें ही मिली थी. कोल्हान में सिर्फ जुगसलाई सीट ही आजसू के खाते में जाएगी.
अपने बलबूते पर 81 सीटों पर चुनाव लड़ने की क्षमता रखती है आजसू
हसन अंसारी ने कहा कि आजसू अपने बलबूते पर 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की क्षमता रखती है. पार्टी एक बूथ 25 यूथ के मूलमंत्र के साथ आगे बढ़ रही है. गिरिडीह में झामुमो का किला भेदने के लिए आजसू ने इसी मूलमंत्र को अपनाया था. इस मूलमंत्र से आजसू का न सिर्फ जनाधार बढ़ाया, बल्कि 2.48 लाख वोटों के अंतर से जीत भी दिलायी. पार्टी सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव में आजसू कम से कम 20 सीटों पर अपना दावा ठोंक सकती है. हालांकि पूरे प्रदेश में संगठन के विस्तार पर जोर दिया जा रहा है. राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी ने पूरे दमखम के उतरने का मन बना लिया है.
स्थानीय मुद्दों के साथ आगे बढ़ेगी आजसू
विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दों के साथ आजसू आगे बढ़ेगी. हसन अंसारी के अनुसार मुद्दों के साथ कोई समझौता नहीं होगा. स्थानीयता, नियोजन नीति, सीएनटी-एसपीटी में संशोधन, विस्थापन और एसटी-एससी व पिछड़ी जाति को मिला कर 73 फीसदी आरक्षण के मुद्दों के साथ आजसू विधानसभा चुनाव में जायेगी. विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को संसद में रखा जायेगा. इसके लिए आजसू शुरू से ही प्रयासरत है. स्पेशल स्टेटस के लिए बरही से बहरागोड़ा तक 343 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला भी बनायी गयी थी.
सामाजिक समीकरणों पर भी रहेगा फोकस
आजसू समाज के सभी वर्गों को साधने पर भी फोकस करेगी. सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रख कर रणनीति तैयार की जा रही है ताकि पार्टी की पहुंच समाज के हर तबके तक हो सके. जिला से लेकर पंचायत स्तर पर इसमें काम किया जा रहा है. इसकी मॉनिटिरिंग पार्टी के वरीय नेता कर रहे हैं.