लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार रात 9 बजे 9 मिनट के लिए देश में दीपक, मोमबत्ती और टॉर्च जलाकर एकजुटता का संदेश दिया गया.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के इस आह्वान पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण तमाम प्रयासों के बावजूद अभी फैलता ही जा रहा है.
ऐसे में अब दीर्घकालीन व्यवस्थाएं करनी होगी. ताली-थाली के शोर या दिया-टॉर्च जलाकर रोशनी जैसी प्रतीकात्मक कर्मकाण्डों से मनोरंजन भले हो, वह कोरोना का उपचार नहीं है.
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उन्होंने कहा कि इस समय स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देना होगा. देश-प्रदेश की विशाल आबादी के जीवनयापन के लिए विशेष प्रबन्ध करने होंगे.
सरकारी प्रयासों के अतिरिक्त समाजवादी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता देशव्यापी लाॅकडाउन में भूखे, प्यासे, गरीबों असहायों की लगातार मदद कर रहे हैं. मास्क पहनकर और उचित दूरी बनाकर वे सेवाकार्य में रत है.
हम विशेष रूप से सरकार का ध्यान कोरोना आपदा के पश्चात् उत्पन्न होने वाले प्रभावों के बारे में भी सावधान करना चाहेंगे. देश में नोटबंदी-जीएसटी से कुप्रभावित उद्योगधंधे अब लाॅकडाउन के बाद पूरी तरह बंद हो चुके हैं.
बेरोजगारी का संकट गहरा रहा है. श्रमिक पलायन से उत्पन्न स्थितियां भी चिंताजनक होंगी. निर्यात तो पूरी तरह बंद हो गया है. मंदी का प्रकोप बढ़ सकता है.