New Delhi:- कोरोना महामारी के बीच देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का असर बढ़ता जा रहा है. पिछले दस दिनों में लाखों पक्षियों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय मंत्री संजीव बालयान ने बर्ड फ्लू को लेकर कहा है कि केरल, मध्यप्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. नियंत्रण और निगरानी के लिए केंद्र सरकार ने दिल्ली में कंट्रोल रूम बनाया है, जो राज्यों के साथ संपर्क में रहेगा.केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद सरकार ने राज्य में आपदा घोषित कर हाईअलर्ट जारी किया है. महाराष्ट्र में अभी तक बर्ड फ्लू के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई है.
दिल्ली हरियाणा सहित कई राज्यों ने बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया है. हरियाणा पंचकूला के बरवाला इलाके के 20 पॉल्ट्री फार्म में 4 लाख से ज्यादा मुर्गियां मरने की बात पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने मानी है. अब एडवाइजरी भी जारी की गई है. जांच के लिए सैंपल जालंधर भेजे गए हैं, रिपोर्ट का इंतजार है. सरकार ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि जिन इलाकों में बीमारी नहीं है, वहां पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स पकाकर खाए जा सकते हैं. दिल्ली सरकार ने पक्षियों की मौत का कोई भी मामला सामने आने पर तुरंत स्टेट नोडल पशुपालन विभाग को रिपोर्ट करने को कहा है. हिमाचल सरकार ने अलर्ट जारी करने के साथ ही स्थिति पर काबू पाने के लिए कांगड़ा के चार उपमंडलों में मछली, मुर्गे और अंडों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है.
केरल में कुछ दिनों में 12, हजार बत्तखों की मौत हुई है, जिसके बाद कर्नाटक और तमिलनाडु सावधानी बरत रहे हैं. यहां बड़ी संख्या में बत्तख और मुर्गियों को जलाकर दबा दिया गया है. वहीं हिमाचल में भी हजारों पक्षी मृत मिले हैं. मध्यप्रदेश सरकार ने बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से कुछ दिनों के लिए पोल्ट्री का कारोबार रोक दिया है. यहां दस जिलों में कौवों की मौत के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. राजस्थान के चार जिलों झालावाड़ बारांक, जयपुर और कोटा में कौवों की मौत के अलावा कोटा की राजगंज मंडी में 200 से ज्यादा मुर्गियां मृत मिली हैं. जिससे हड़कंप मचा हुआ है. जांच के लिए भेजे गए 110 सैंपल में से 25 की रपट पॉजिटिव आई है.
व्यापारियों की चिंता बढ़ी
बर्ड फ्लू की खबरों के बीच चिकन के शौकीन सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं. इससे दिल्ली की गाजीपुर मुर्गा मंडी के व्यापारी चिंतित हैं, जहां रोजाना लाखों रुपये का कारोबार होता है. मंडी में करीब 100 ट्रक माल आता है. खरीददारों की संख्या कम होने से यहां दुकानदार परेशान हैं. फिलहाल मुर्गा 90 रुपए किलो है, अगर बर्ड फ्लू कुछ समय तक रहा तो मंडी में भाव 30 रुपए किलो तक पहुंचने के आसार जताए जा रहे हैं. यहां के व्यापारी सन् 2006 को याद कर रहे हैं. जब मंडी में भारी संख्या में मर्गे-मुर्गियों को जलाया गया था और व्यापारियों ने पांच रुपए किलो का भाव आने पर पोल्ट्री में ही सारा माल खत्म करना शुरू कर दिया था.