ग्वालियर: संभाग के आयुक्त एमबी ओझा ने बरसात के दिनों में जल भराव न हो इसकी निगरानी करने के निर्देश जारी किए हैं. संभाग के सभी जिलों में जलाशयों और तालाबों में जल भराव की स्थिति की प्रतिदिन रिपोर्ट भेजने के निर्देश भी दिए हैं. संभागीय आयुक्त ओझा ने बाढ़ नियंत्रण एवं जल भराव की स्थिति की समीक्षा की.
कलेक्ट्रेट कार्यालय के एनआईसी कक्ष में बाढ़ नियंत्रण के संबंध में समीक्षा की गई. संभागीय आयुक्त ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि अपने अपने जिले में जल भराव वाले क्षेत्र की सतत निगरानी करें.
इसके साथ ही जिन क्षेत्रों में बरसा का पानी भर रहा है उन्हें चिन्हित कर सभी आवश्यक प्रबंध समय रहते करें. बैठक में आई जी ग्वालियर रेंज अविनाश शर्मा, संभागीय उपायुक्त आरपी भारती, एडीएम किशोर कान्याल, अपर आयुक्त नगर निगम विनोद भार्गव, संभागीय समन्वयक विशाल प्रताप सिंह तोमर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
संभागीय आयुक्त ओझा ने नगर निगम के अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि शहर में जहां भी बरसात का पानी एकत्रित होता है उन सभी स्थनों पर साफ-सफाई के साथ-साथ बरसात के पानी की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं.
इसके साथ ही बाढ़ नियंत्रण के लिये जिला स्तर पर सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहें यह भी सुनिश्चित किया जाए. जिला स्तर पर कंट्रोल रूम 24 घण्टे कार्यरत रहे. बाढ़ नियंत्रण के लिए कंट्रोल रूम नम्बर 1079 के साथ ही राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम 0755-24441419 भी स्थापित है. कंट्रोल रूमों के नंबर सार्वजनिक किए जाएं.
संभागीय आयुक्त ओझा ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से भी जलाशयों में जल स्तर के संबंध में जानकारी प्राप्त की. बैठक में बताया गया कि केकेटो डैम में 85 प्रतिशत, पेसारी में 80 प्रतिशत, हरसी में 67 प्रतिशत, तिघरा में 87 प्रतिशत, पगारा में 35 प्रतिशत के साथ ही राजघाट में 96 प्रतिशत जल भराव है.
संभागीय आयुक्त ओझा ने बैठक में यह भी निर्देश दिए हैं कि बाढ़ नियंत्रण के लिए गोताखोर, नाव के साथ साथ सभी आवश्यक तैयारियां संभाग के सभी जिलों में की जाएं. अधिक वर्षा की स्थिति में कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी व्यवस्थाएं पूर्व से ही कर ली जाएं.
आईजी ग्वालियर रेंज अविनाश शर्मा ने भी पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि संभाग के सभी जलाशयों और ऐसे पिकनिक स्पॉट जहां पर जन हानि की संभावना है वहां पर विशेष निगरानी की जाए.