जेनेवा: चीन ने वुहान शहर में कोरोना वायरस में से मरने वालों की संख्या में बदलाव किया है और इसमें 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हो गया है. इसके बाद पूरी दुनिया एक बार फिर से चीन को शक की निगाह से देखने लगी है कि कहीं वह असली स्थिति बाकी दुनिया से छिपा तो नहीं रहा है. इससे अलग विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कहा है कि चीन जैसे हालातों का सामना पूरी दुनिया को करना पड़ेगा.
डब्लूएचओ का कहना है कि वुहान में दिसंबर के महीने में पहला मामला सामने आने के बाद इस बीमारी ने खतरनाक रूप ले लिया था पूरा शहर इसकी चपेट में था. संगठन की मानें तो अधिकारियों की कोशिश थी कि हर मौत का आंकड़ा और बीमार होने वाले की संख्या उनके रजिस्टर में दर्ज हो.
चीन पर आरोप है कि उसने शुरू में बीमारी फैलने की बात पर पर्दा डालने की कोशिश. उन डॉक्टरों को भी सजा दी गई जो इस खतरे से आगाह कर रहे थे. इसके साथ ही जब यह बीमारी अपने चरम पर थी तो चीन की सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर भी सवाल उठ रहे थे, क्योंकि वह बार-बार अपने आंकड़ों को इकट्ठा करने की प्रक्रिया में बदलाव कर रही थी.
डब्लूएचओ की मानें तो जब बीमारी फैलती है तो उस दौरान आंकड़ों को इकट्ठा करना अपने आप में एक चुनौती होती है, क्योंकि सभी केसों को पहचान करना भी मुश्किल होता है.
संगठन में कोरोना मामलों के देखरेख के लिए बनी विंग की प्रेसीडेंट मैरिया वैन ने कहा कि वह मानती हैं कि बहुत से देशों को भी चीन की तरह अपने रिकॉर्डों में बदलाव करना पड़ेगा. इस बात को मानना बहुत मुश्किल है कि उन्होंने सभी केसों की पहचान कर ली होगी.
आपको बता दें कि नए आंकड़ों के मुताबिक वुहान में मृतकों की संख्या में 1,290 का इजाफा हुआ है और अब कुल मृतक 3,869 हो गए हैं. जबकि कुल केसों में 325 का इजाफा हुआ और कुल मामलों की संख्या 50,333 हो गई है.