देवघर: उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिंह के निर्देशानुसार पोषण अभियान के अंतर्गत देवघर जिले के प्रत्येक प्रखंड/पंचायत व आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से पोषण के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.
अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से उपायुक्त द्वारा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया है.
इसके अलावा उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने जिलावासियों को जागरूक करते हुए कहा है कि कुपोषण की वजह से किसी भी पुरूष, महिला व बच्चे का सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता है, जिससे उनके कार्य करने की क्षमता भी घटती है और इसका दुष्परिणाम उस व्यक्ति के साथ उसके परिवार, समाज को प्रभावित करता है.
साथ हीं उन्होंने कहा कि सरकार गर्भ से लेकर बच्चों के व्यस्क होने तक पोषण संवर्द्धन कार्यक्रम चला रही है. इसके बावजूद भी समाज के कई स्तरों पर शिशु एवं मातृ कुपोषण की स्थिति विद्यमान है. इसकी मूल वजह जागरुकता की कमी है. लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न कर इस स्थिति में सुधार लाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम की तरह अभियान चलाकर लोगों में स्वच्छता तथा सही तरीके से जीवन यापन करने के तरीके एवं पोषण कार्यक्रम की जानकारी देनी जरूरी है.
उन्होंने कहा कि 1 से 6 वर्ष के बीच के बच्चों को तथा धात्री एवं गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से मुक्त बनाना ही इस अभियान का उद्देश्य है. उन्होंने आगे कहा कि पोषण अभियान को एक जन आंदोलन की तरह चलाने के उद्देश्य से आप सभी का सहयोग जिला प्रशासन को आपेक्षित है, ताकि देवघर जिले को पूर्ण रूप से कुपोषण मुक्त बनाया जा सके.
इसके अलावा जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में हरी सब्जियों से रंगोली एवं कागज पर चित्रकारी के माध्यम से बच्चों को किशोरियों को जागरूक किया जा रहा है. पोषण अभियान के तहत विभिन्न तरह की गतिविधि आयोजित कर नियमित पौष्टिक आहार व उचित पोषण की जानकारी दी जा रही है.
साथ हीं एक सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले इस पोषण अभियान के तहत कुपोषण को मिटाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है तथा उनके खान-पान की आदतों में सुधार लाने के प्रयास किया जा रहा है.
पोषण अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रखंडों, पंचायतों व आंगनबाड़ी केंद्रों में विशेष रुप से टीकाकरण, खान पान, पौष्टिक आहार, उचित पोषण, स्वच्छता एवं साफ सफाई, डायरिया एवं अनीमिया के रोकथाम पर विशेष जानकारी दी जा रही है.
पोषण अभियान गर्भवती महिलाएं, धात्री माताओं तथा नवजात शिशु, किशोरियों एवं बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य बनाये रखने की विस्तृत जानकारी दी जा रही है. साथ हीं पोषण अभियान के तहत 5 सूत्रों का पालन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में किया जा रहा है.