देवघर: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया.
इस दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि कुमैठा स्थित डिस्पैच सेंटर से सारठ विधानसभा हेतु पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया. प्रेसवार्ता के दौरान उपायुक्त ने सभी मीडिया बंधुओं से भी आग्रह किया कि कल होने वाले 20 दिसंबर के मतदान में मतदाताओं के साथ अपनी शत प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करें.
इसके अलावे प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने जानकारी दी कि मतदान के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने एवं स्वच्छ, शांति एवं भयमुक्त तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के साथ मतदाताओं की सुविधा के सभी इंतजाम पूर्ण कर लिए गए है. पांचवें चरण के तहत 14-सारठ विधानसभा क्षेत्र में मतदान की तिथि- 20.12.2019 चुनाव आयोग द्वारा सुनिश्चित की गयी है. कुल 376 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं द्वारा मतदान किया जाना है.
वहीं 64 बूथ करमाटाड़ प्रखण्ड में है, जो कि जामताड़ा जिला अंतर्गत आता है. इसके अलावे सारवां व सोनारायठाढ़ी प्रखण्ड के 141 बूथ जरमुण्डी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आते है.
सारठ विधानसभा क्षेत्र में 08 मॉडल बूथ बनाए गए हैं
इस दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि सारठ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 08 आदर्श मतदान केन्द्र बनाए गए है. वहीं चुनाव में महिला अधिकारियों, कर्मियों व महिला मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सारठ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 01 महिला मतदान केन्द्र भी बनाया गया है. इसके अलावे सारठ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पुरूष वोटरों की संख्या 141076 एवं महिला वोटरों की संख्या 127218 हैं. कुल वोटरों की संख्या 268294 हैं.
दो बैलेट युनिट का किया जायेगा उपयोग
इस दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि सारठ विधानसभा क्षेत्र में कुल 21 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में दो-दो ईवीएम सभी मशीनों में लगाए जायेंगे. इसको लेकर संबंधित अधिकारियों व कर्मियों को पूर्व में भी विस्तृत रूप से प्रशिक्षण दिया गया है. इसके अलावा आज डिस्पैच सेंटर में भी ट्रेनिंग ऑन डिमाण्ड केन्द्र का निर्माण कराया गया था, जहां डिस्पैच के समय वैसे मतदान कर्मी जिनको चुनाव से जुड़ी कोई भी आवश्यक जानकारी लेनी हो या मन में किसी प्रकार की शंका अथवा समस्या उत्पन्न हो तो वे अपने सवालों का जवाब तुरंत प्राप्त कर अपनी समस्या का निराकरण प्राप्त करते दिखे, ताकि मतदान के दिन उन्हें पोलिंग बूथ पर किसी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े. वहीं, मतदानकर्मियों की मदद के लिए हेल्प डेस्क, स्वास्थ्य केंद्र, मोबाइल टॉयलेट, पेयजल, एम्बूलेंस की भी व्यवस्था की गई थी.
वहीं, 6 जगहों पर विशाल अस्थायी टेंट भी बनाए गए थे ताकि मतदानकर्मी अपने सामानों की जांच के उपरांत अपने मतदान केंद्रों की ओर कूच कर सके. इसके अलावे पोलिंग पार्टियों की सुविधा हेतु डिस्पैच सेंटर में विभिन्न कोषांगों के अलग-अलग केन्द्र बनाये गए थे, जिससे कि सामग्री लेने में पोलिंग पार्टियों को किसी तरह की समस्याओं का समाधान न करना पड़े.