इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा है कि कश्मीर दौरे पर गए विभिन्न देशों के राजदूतों को राज्य में बिना किसी रोकटोक के कहीं भी आने-जाने की अनुमति दी जानी चाहिए.
पाक ने कहा कि सरकार प्रायोजित इस यात्रा से राज्य की वास्तविक स्थिति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता.
पाकिस्तान ने यह भी मांग की है कि इन राजनयिकों को हुर्रियत नेतृत्व से मिलने की भी अनुमति दी जानी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि बीते 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित राज्य का दर्जा मिलने के बाद अमेरिका समेत 15 देशों के राजदूत गुरुवार को कश्मीर घाटी के दो दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंचे.
इस दौरान उन्होंने राजनीतिक दलों के चुनिंदा प्रतिनिधियों, नागरिक संस्थाओं के सदस्यों, शीर्ष सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की.
पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता आइशा फारूकी ने कहा हमें उम्मीद है कि यात्रा भारत सरकार द्वारा बिना किसी रोक के होगी, ताकि सभी क्षेत्रों तक दूतों की पहुंच हो सके.
उन्होंने मीडिया से कहा कि उन दूतों को हुर्रियत नेतृत्व और कश्मीरी लोगों के साथ भयमुक्त वातावरण में बातचीत करने की अनुमति दी जा सकती है. उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और गुरुद्वारा ननकाना साहिब में बेअदबी की खबरों को पाकिस्तान के खिलाफ अभियान का हिस्सा बताया.