नई दिल्ली: सुपर साइक्लोन अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी तबाही मचाई है. यहां पर तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हुई. दोनों ही राज्यों के कई इलाकों में पेड़ और दीवारें गिर गई हैं.
पश्चिम बंगाल में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवात अम्फान के कारण भारी तबाही हुई और तीन लोगों की मौत हो गई।. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी. अधिकारियों के अनुसार चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 6.58 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि ऐसा तूफान 283 साल पहले 1737 में आया था. सीएम ममता ने कहा कि इस तूफान के कारण 10-12 लोगों की मौत की सूचना भी है.
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा है कि ‘हम मौतों की कोई गिनती नहीं कर पा रहे हैं. कई लोग घायल हो गए हैं. ज्यादातर लोग पेड़ गिरने से मर गए हैं और हमने बार-बार कहा है कि पेड़ नीचे गिर जाएगा, घर से बाहर मत निकलना. बिजली और पानी का कनेक्शन नहीं है, हम 5 लाख लोगों को निकालने में सफल रहे हैं.’
उत्तर और दक्षिण 24 परगना में तूफान ने भारी तबाही मचाई है. साथ ही कोलकाता में तूफान से भारी नुकसान हुआ है. सचिवालय को भी क्षति पहुंची है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साइक्लोन से निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. कोलकाता में तूफान के चलते सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. एनडीआरएफ की टीमें सड़क निकासी और बहाली का काम कर रही हैं.