केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अब ममता बनर्जी के गढ़ में रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) और सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर अपनी बात रखेंगे. जहां अमित शाह 1 अक्टूबर को कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में एनआरसी और सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर बोलेंगे.आपको बता दें कि गृह मंत्रालय का ये बयान ममता बनर्जी और अमित शाह के बीच हुई मुलाकात के बाद आया है. इससे पहले ममता बनर्जी ने 18 सितंबर को नई दिल्ली आकर गृहमंत्री से मुलाकात की थी और एनआरसी का मुद्दा उठाया था.
बंगाल की सीएम ने अमित शाह से एनआरसी से बाहर किए गए 19 लाख लोगों के बारे में बात किया. जबकि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा भी किया कि एनआरसी के डर से बंगाल में 6 लोगों अपनी जान गवा चुके है. उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा था कि मेरा भरोसा करिए, मै बंगाल में एनआरसी नहीं लागू होने दूंगी.
हालांकि अमित शाह ने हाल ही में कहा कि देश की जनता ने 2019 के आम चुनाव के फैसले के माध्यम से देशभर में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने पर अपनी मुहर लगा दी है. रांची में एक कार्यक्रम में गृहमंत्री ने कहा था कि हमने अपने चुनाव घोषणापत्र में देश की जनता से वादा किया था कि केवल असम में नहीं, बल्कि पूरे देश में हम एनआरसी लाएंगे. इसके बाद टीएमसी समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने शाह के इस बयान का विरोध किया था.