मुंबई: भाई को उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत भी नाराज हो गए हैं और उन्होंने कार्यक्रम में शामिल न होने का फैसला लिया है. विक्रोली विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित शिवसेना विधायक सुनील राऊत उनके भाई हैं और मंत्री पद न मिलने से नाराज हैं.
सुनील राऊत ने मंगलवार को अपने विधायक पद का इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए कहा कि इसके बाद वे मंत्रालय व विधानभवन में कभी कदम नहीं रखेंगे. इसी तरह पूर्व मंत्री तानाजी कदम व भावना गवली भी नाराज हैं.
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना में कल शामिल हुए अब्दुल सत्तार को मंत्री बनाया गया है लेकिन पार्टी में इतने दिन से काम करने वालों को मंत्री पद नहीं मिला, इसलिए लोगों में नाराजगी होना स्वाभाविक है.
राऊत ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बनते तो कोई नाराज नहीं होता. सुनील राऊत शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत के भाई है, इसलिए संजय राऊत ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वह मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम में नहीं जाएंगे, लेकिन पार्टी का काम करते रहेंगे.
सुनील राऊत व तानाजी कदम सोमवार को सुबह मुख्यमंत्री सचिवालय सूची में नाम न होने मातोश्री पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने गए थे लेकिन मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी है.
उपमुख्यमंत्री पद न मिलने से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील भी नाराज बताये गए हैं. इसी तरह पुणे स्थित भोर से तीन बार निर्वाचित संजय थोपटे को मंत्री पद न मिलने भोर के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है. भोर नगरपालिका के 11 नगरसेवकों ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और अलग गुट बनाकर काम करने का निर्णय लिया है.