कोलकाता:- पश्चिम बंगाल (West Bengal) में आगामी चुनाव के चलते राजनीति हलचल तेज है और कई नेताओं का पार्टी बदलने के सिलसिला जारी है. इसी क्रम आज तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को झटका एक और झटका लगा है. कहा जाता है कि सियासत में कोई किसी का नहीं होता इसका उदाहरण बंगाल में तृणमूल कांग्रेस में देखने को मिला है. यहां तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए सरला मुर्मू ने प्रत्याशी घोषित होने के बावजूद तृणमूल से खुद को दरकिनार कर लिया.ये इतनी चौकाने वाली बात इसलिए भी है क्योंकि सीएम ममता ने सरला मुर्मू को मालदा के हबीबपुर निर्वाचन क्षेत्र से उन्हें टिकट भी दे दिया था. लेकिन सरला मुर्मू हबीबपुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट पाने के बावजूद आज बीजेपी में शामिल हो जाएंगी. टीएमसी ने बयान जारी कर कहा है कि हबीबपुर विधानसभा सीट पर वे अपना उम्मीदवार बदल रही है. क्योंकि सरला मुर्मू का स्वास्थ्य खराब है.
टीएमसी ने अबतक 291 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की कि घोषणा
दरअसल टीएमसी में ये ऐसा पहला मामला है जब किसी नेता ने टिकट मिलने के बावजूद पार्टी छोड़ दिया हो, टीएमसी ने हबीबपुर सीट से अब प्रदीप बस्की को नया उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि मालदा जिले में 12 विधानसभा सीटे हैं, और मालदा जिले में 26 और 29 अप्रैल को दो चरणों में मतदान होना है. इस चुनाव में टीएमसी ने उम्मीदवारी के लिए कई मशहूर हस्तियों, महिलाओं और युवाओं को आगे रखा है. टीएमसी ने अबतक 294 में से 291 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. वहीं तीन सीट उसने अपने सहयोगी दल को दी हैं.
सीएम ममता को दूसरी पार्टियों का समर्थन
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी के समर्थन के बाद अब शिवसेना ने भी बंगाल चुनाव से पहले ममता बनर्जी को अपना समर्थन दे दिया है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस ने वामदलों के साथ अपना गठबंधन कर लिया है. हालांकि कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन कर रखा है और आरजेडी ने बिहार चुनाव के दौरान आरजेडी के साथ गठबंधन किया था.
टिकटों के बंटवारे में युवाओं, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर जोर
बता दें कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 291 सीटों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी की. टिकटों के बंटवारे में युवाओं, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर जोर दिया गया है.
तृणमूल कांग्रेस के एक सहयोगी दल गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बिमल गुरुंग गुट के तीन उम्मीदवार दार्जलिंग की शेष तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. बनर्जी ने कहा, ‘इस बार हमने अधिक युवाओं और महिला उम्मीदवारों पर जोर दिया है. इसके अलावा 23 से 24 मौजूदा विधायकों को इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतारा गया है और सूची में लगभग 50 महिलाओं, 42 मुस्लिमों, 79 अनुसूचित जाति (एससी) और 17 अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवारों के नाम हैं.