मुंबईः एंटीलिया मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी को क्राइम इंवेस्टिगेशन यूनिट (सीआईयू) के कार्यालय से एक डायरी मिली है, जो कई बड़े राज खोल सकती है. इसमें कोड वर्ड में कुछ नाम लिखे हैं और उनके नाम के आगे पैसों की डिटेल लिखी हुई है. ऐसा माना जा रहा है कि ये कोडवर्ड में जो रकम लिखी है वो वसूली की ओर इशार कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डायरी में इस बात का जिक्र है कि रेस्त्रां, पब और हुक्का बार से सचिन वाजे की टीम ने कितनी वसूली की है. एनआईए के मुताबिक, सचिन वाजे ने जनवरी महीने से ये वसूली करनी शुरू की थी और इसी वसूली का जिक्र परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में किया है. इस डायरी में हर होटल और पब वालों के नाम के आगे रेटकार्ड लिखे हैं. इसके अलावा इस डायरी में मुंबई के लॉटरी कारोबारी और मटके धंधे की भी पूरी डिटेल है और इनके आगे भी रकम की जानकारी दी हुई है. जांच में यह सामने आया है कि सचिन वाजे खुद इन पैसों की वसूली नहीं करता था, बल्कि उसके नाम पर कुछ क्रिमिनल पैसों की उगाही करते थे और आगे बढ़ाते थे. एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि अभी मुख्य तौर पर इस बात पर फोकस किया जा रहा है कि जिलेटिन की छड़ें कहां से आई थीं. अधिकारियों ने कहा कि कुछ जानकारी मिली है लेकिन जांच की वजह से अभी ज्यादा बता नहीं सकते. बता दें कि 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर जिलेटिन की 20 छड़ों के साथ एक स्कॉर्पियो पार्क की हुई थी.वहीं महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दल (एटीएस) ने मनसुख हिरन हत्याकांड के संबंध में दमन से एक कार बरामद की है. एक अधिकरी ने बताया कि महाराष्ट्र के नंबर वाली एक वॉल्वो कार सोमवार को बरामद की गई जिसके मालिक का अभी पता नहीं चला पाया है. उन्होंने कहा कि बरामद की गई कार को ठाणे स्थित एटीएस कार्यालय में रखा गया है. इससे पहले, इस हत्याकांड के संबंध में शनिवार रात को दो व्यक्तियों को गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने गुजरात से एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जिसने कथित तौर पर आरोपियों को सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे. अधिकारियों ने बताया था कि उन्हें उक्त व्यक्ति के पास से कई सिम कार्ड मिले थे. एटीएस ने मामले के संबंध में, निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और सटोरिये नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि उनके पास एक चिट्ठी है, जिसे लेकर शाम को वो दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि वो इस मामले में गृह सचिव से सीबीआई से जांच कराने की मांग करेंगे. इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग का एक रैकेट चल रहा है. उन्होंने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री रहने पर ऐसी खबरें सामने आई थीं और हमारी सरकार ने इसका सख्ती से निपटारा किया था. फडणवीस ने दावा किया कि उनके पास फोन कॉल रिकॉर्डिंग है, जो साफ करता है कि इससे जुड़ी कई जानकारियां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास पहले से थीं. बता दें कि सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अनिल देशमुख के बचाव में प्रेसवार्ता की थी और जानकारी दी थी कि 5-15 फरवरी वो कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे और उसके बाद 15-27 फरवरी तक क्वारंटीन थे. लेकिन बाद में भाजपा ने वीडियो और डॉक्यूमेंट जारी कर इन दावों को गलत करार कर दिया था.