रांची: मध्यस्थता केंद्र के प्रयास से 7 साल पुराने पति-पत्नी का विवाद सुलझ गया. इस विवाद को रांची न्यायालय के एजेसी-8, डी पांडे के न्यायालय ने मध्यस्थता केंद्र में भेजा था.
ज्ञात हो कि उक्त वाद में पत्नी ने पति पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट का मामला दर्ज किया था. पूर्व में पत्नी सहनाज खातून द्वारा पिठोरिया थाना में मामला दर्ज कराया गया था. दोनों पति-पत्नी आपसी विवाद के कारण लगभग 7 वर्ष से अलग-अलग रह रहे थे. पत्नी सहनाज खातून द्वारा पति मुस्ताक अंसरी पर जमानत के लिए डी पांडे के न्यायालय में वाद दायर किया गया था, जिसमें मुस्ताक अंसारी, उसके भाई मोईन अंसारी दोनों के पिता मुस्लिम अंसारी, माता तैयबा खातून के वाद को न्यायालय से मध्यस्थता केंद्र, रांची में भेजा गया. उक्त वाद को मध्यस्थता के माध्यम से सुलझा दिया गया.
उक्त वाद को सुलझाने में विशेषज्ञ मध्यस्थ पीएन सिंह की भूमिका रही. दोनों पति-पत्नी को मिठाई खिलाकर मध्यस्थता केंद्र से विदा किया गया. दोनों पति-पत्नी अपने बच्ची के साथ फिर से एक साथ जिंदगी गुजर-बसर करने के लिए राजी हो गये.
दूसरा वाद में वाद संख्या (ओएम. 310/2019) है. इसे प्रधान न्यायधीश कुटुंब न्यायालय ने मध्यस्थता केंद्र भेजा गया था. इस वाद में पत्नी संतरी देवी ने पति दिनेश महतो पर भरण-पोषण का मुकदमा न्यायालय में दर्ज किया था.
उक्त वाद को भी मध्यस्थता के माध्यम से सुलझा लिया गया. इसमें पत्नी स्वेच्छा से पति के साथ रहने को राजी हुई. विपक्षी से कोई भरण-पोषण के लिए न्यायालय में जाने की आवश्यकता नहीं है. दोनों पक्ष राजी-खुशी से साथ रहने को तैयार हुए. अपना-अपना वैवाहिक जिम्मेदारी एक दूसरे से मिलजुल कर निर्वाह करेंगे. बाल-बच्चों का भी भरण-पोषण मिलजुल करते रहेंगे. उक्त वाद को सुलझाने में मध्यस्थत कृष्ण रंजन का महत्वपूर्ण योगदान रहा.