रांची: जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरूवार को राजधानी रांची स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर संपूर्ण देशवासियों को देश वासियों को नव बर्ष की बधाई दी, साथ ही उन्होंने कहा कि तीन जनवरी खूंटी जिला के लिए महत्वपूर्ण दिवस है. तीन जनवरी को ही मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा का जन्म खूंटी जिला का टकरा गांव में हुआ था. जयपाल सिंह मुंडा ने आदिवासी समुदाय के उत्थान और देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. देश के विभिन स्थानों में उन्होंने आदिवासियों की संस्कृति को जगाने का काम किया, शैक्षणिक जगत और संविधानिक मूल्यों के लिए उन्होंने कार्य किया.
उनके सरकार ने निर्णय लिया है कि उनके जन्मस्थल टकरा गांव को आदर्श ग्राम बनाया जाए ताकि देश दुनिया के लोग भी इस महान व्यक्तित्व के बारे में जान सकें. मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा बहुआयामी व्यक्तित्व के थे. राष्ट्रीय खेल हॉकी का नेतृत्व करते हुए ओलिंपिक में भी उन्होंने भारत का डंका बजाया, ऐतिहासिक तौर पर उनके कार्यो को याद किया जाता है.
आदिवासियों के मौलिक अधिकारों और उनके समावेशी सांस्कृतिक विरासत का विकास कैसे होगा. इन विषयों पर उन्होंने काफी काम किया था. वर्तमान में आदिवासी जनजाति के लगभग 4700 विद्यार्थी यो जानने के लिए शोध कर रहे हैं कि, आजादी के पहले और आजादी के बाद कितना विकास हुआ है.