नई दिल्ली: ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत की अनुभवहीन गेंदबाजी का फायदा उठाया. मेजबान टीम की ओर से मार्नस लाबुशेन ने शानदार शतक ठोक अपनी टीम को पहले दिन सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन पांच विकेट पर 274 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की ओर से लाबुशेन ने 108 रनों की पारी खेली, ये टेस्ट करियर में उनका पांचवां शतक है. उनके अलावा मैथ्यू वेड ने 45 रनों की पारी खेली. स्टीव स्मिथ ने भी 35 रन बनाए. खेल खत्म होने तक पेन 38 और ग्रीन 28 रनों पर नाबाद रहे. भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे टी नटराजन ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिये. टेस्ट डेब्यू करने वाले एक और गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर ने एक विकेट अपने नाम किया. शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज को भी 1-1 विकेट मिला.
ब्रिसबेन का पहला दिन मार्नस लाबुशेन के नाम रहा. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और उसकी शुरुआत खराब रही. डेविड वॉर्नर पहले ही ओवर में मोहम्मद सिराज को अपना विकेट दे बैठे. वॉर्नर ने महज 1 ही रन बनाया. इसके बाद मार्कस हैरिस भी कुछ खास नहीं कर पाए और उन्होंने शार्दुल ठाकुर को अपना विकेट दे दिया. इसके बाद स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन ने मोर्चा संभाला. स्मिथ ने क्रीज पर आते ही अच्छे शॉट लगाने शुरू किये जो कि टीम इंडिया के लिए बुरा संकेत थी. लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट तो खोए लेकिन उसने स्कोरबोर्ड पर 65 रन भी लगा दिये.
लंच के बाद लाबुशेन ने दिखाया दम
लंच के बाद टीम इंडिया को बड़ी कामयाबी दिलाई वॉशिंगटन सुंदर ने, जिन्होंने स्टीव स्मिथ को रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराकर अपना पहला टेस्ट विकेट लिया. स्मिथ के जाने के बाद ऐसा लगा कि टीम इंडिया फ्रंटफुट पर आ जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. लाबुशेन ने अर्धशतक जमाने के बाद तेजी से बल्लेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान कप्तान अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा से गलती हुई जिन्होंने लाबुशेन के कैच टपकाए. लाबुशेन ने इसका पूरा फायदा उठाया और इस प्रतिभाशाली बल्लेबाज ने मैथ्यू वेड के साथ 169 गेंदों में शतकीय साझेदारी पूरी की. इसके बाद लाबुशेन ने अपना भी टेस्ट शतक पूरा किया. ये टेस्ट करियर में लाबुशेन का पांचवां शतक है.