रांची: राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि विभिन्न तरह की प्राकृतिक आपदा और मानवजनित हादसों तथा पशुओं से होने वाले जान-माल के नुकसान पर अंकुश लगाने के लिए जल्द ही एक नये प्राधिकरण का गठन होगा, इसका प्रारूप तैयार कर लिया गया है और मंत्रिमंडल से स्वीकृत्ति मिलने के बाद इसे मूर्त्त दे दिया जाएगा.
बन्ना गुप्ता ने मंगलवार को रांची के प्रोजेक्ट भवन स्थित राज्य सचिवालय में प्रेस कांग्रेस में बताया कि डैम, जल प्रपात और जलाशयों में होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आपदा मित्र को सशक्त किया जाएगा, उन्हें मास्क, ऑक्सीजन, लाईट और अन्य उपकरण उपलब्ध कराएं जाएंगे, ताकि किसी भी आपदा स्थिति में वह तत्काल पर्यटकों की मदद कर सके.
बन्ना गुप्ता ने बताया कि झारखंड रत्नगर्भा प्रदेश के रूप में जाना जाता है, धरती के अंदर अनेक धातु और खनिज मौजूद है, वहीं बड़े-बड़े पहाड़ है, जिसके कारण बाद भी करीब होते है, ऐसी स्थिति में बारिश के मौसम में कई बार वज्रपात की घटनाओं का सामना करना पड़ता है, बहुत सारे लोगों की मौत हो जाती है और प्रतिवर्ष वज्रपात से मरने वालों की संख्या औसतन ढ़ाई सौ होती है.
इसके अलावा सर्पदंश, जंगली हाथियों तथा जानवारों के हमले, अतिवृष्टि और अल्पवृष्टि से निपटने के लिए भी ठोस कदम उठाएंगे जाएंगे. उन्होंने कहा कि भूस्खलन, डैम में दरार, खनन क्षेत्रों में हादसे, रसायनिक हमले या रेडिएशन, आगजनी समेत अन्य हादसों से भी निपटने के लिए ठोस कदम उठाये जाएंगे.