रांची: झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) का भारतीय जनता पार्टी में विलय अब मात्र औपचारिकता रह गयी है, यह औपचारिक झाविमो की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में मुहर लगने के बाद पूरी हो जाएगी.
वहीं बाबूलाल मरांडी ने भाजपा नेतृत्व के समक्ष रांची में एक बड़ी सभा कर झाविमो के औपचारिक रूप से विलय कराने का प्रस्ताव रखा गया है और इस जनसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते है.
हालांकि, बाबूलाल मरांडी की यह भी इच्छा है कि विलय को लेकर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो.
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली विधानसभा चुनाव के कारण भाजपा नेतृत्व से रांची में आयोजित होने वाले जनसभा को लेकर कार्यक्रम को अब तक अंतिम रूप नहीं मिल रहा है, इस कारण विलय की तिथि की औपचारिक घोषणा नहीं हो पा रही है.
हालांकि विलय के पहले बाबूलाल मरांडी की ओर से सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही है और कानूनी अड़चनों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में विधायक बंधु तिर्की को भी पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है और विधायक दल के नेता पद से प्रदीप यादव को हटाया जा चुका है. ऐसी भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि यदि प्रदीप यादव खुद झाविमो छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने की औपचारिकता नहीं पूरी करते है, तो उन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है.